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पहले चीता-अब रुद्र क्रैश... पांच साल में सेना के 17 हेलिकॉप्टर हादसे के हुए शिकार, सुरक्षा को लेकर बड़ी चिंता

दो हफ्ते में सेना के दो हेलिकॉप्टर क्रैश हो गए. पांच साल में चीता हेलिकॉप्टर 5 बार क्रैश हुआ. पांच जवान शहीद हो गए. अब रुद्र हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया. इसमें 2 पायलट समेत 5 लोग सवार थे. रेस्क्यू ऑपरेशन किया जा रहा है. लेकिन पिछले पांच साल में कुल मिलाकर 17 सैन्य हेलिकॉप्टर क्रैश हो चुके हैं.

ये है भारतीय वायुसेना का रुद्र हेलिकॉप्टर. ऐसा ही हेलिकॉप्टर अरुणाचल प्रदेश में क्रैश हुआ. (फोटोः ट्विटर/IAF MCC) ये है भारतीय वायुसेना का रुद्र हेलिकॉप्टर. ऐसा ही हेलिकॉप्टर अरुणाचल प्रदेश में क्रैश हुआ. (फोटोः ट्विटर/IAF MCC)
ऋचीक मिश्रा
  • नई दिल्ली,
  • 21 अक्टूबर 2022,
  • अपडेटेड 2:30 PM IST

दो हफ्ते नहीं बीते की भारतीय मिलिट्री का दूसरा हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया. पहले अरुणाचल के तवांग में चीता हेलिकॉप्टर क्रैश हुआ था. जिसमें पायलट शहीद हो गया था. इसके बाद रुद्र हेलिकॉप्टर लोअर सियांग जिले के सिंगिंग गांव में क्रैश हो गया. इसमें दो पायलट समेत पांच लोग सवार थे. पिछले पांच सालों में भारतीय मिलिट्री यानी तीनों सेनाओं के 17 हेलिकॉप्टर क्रैश हो चुके हैं. 

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आमतौर पर हेलिकॉप्टर्स का इस्तेमाल अक्सर बचाव कार्यों में देखा है. चाहे वह बाढ़ पीड़ित इलाका हो या भूस्खलन वाला पहाड़ी इलाका. कहीं ग्लेशियर टूटा हो या आतंकी हमला हो. हेलिकॉप्टर्स ही सबसे अधिक इस्तेमाल होता है. सियाचिन में तैनात जवानों तक खाना और अन्य सामग्री हेलिकॉप्टर से ही पहुंचाते हैं. लेकिन इन हादसों के पीछे वजह क्या है. मौसम या तकनीकी कारण. 

आखिर क्यों क्रैश हो रहे हैं भारतीय सैन्य हेलिकॉप्टर... सुरक्षा को लेकर बड़ा सवाल. 

पहले हम जानते हैं कि पांच साल के 17 बड़े हेलिकॉप्टर हादसे कौन से हैं. किस सेना का कौन सा हेलिकॉप्टर कहां क्रैश हुआ. उसमें कितने जवान शहीद या जख्मी हुए. यह जानकारी पिछले साल 17 दिसंबर को लोकसभा में पूछे गए एक सवाल के जवाब में राज्य रक्षामंत्री अजय भट्ट ने दी थी. इसमें साल 2021 से लेकर 2017 तक के हादसों का जिक्र किया गया था. इस साल के दो हादसे लिस्ट में अलग से जोड़े गए हैं. 

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21 अक्टूबर 2022: अरुणाचल प्रदेश के लोअर सियांग जिले के सिंगिंग गांव में रुद्र हेलिकॉप्टर क्रैश. पांच जवान सवार थे. 
05 अक्टूबर 2022: अरुणाचल प्रदेश के तवांग में चीता हेलिकॉप्टर क्रैश, एक पायलट शहीद. 
08 दिसंबर 2021: भारतीय वायुसेना का Mi-17 V5 हेलिकॉप्टर चेन्नई के पास क्रैश, सीडीएस विपिन रावत समेत 14 लोगों की मौत. 
18 नवंबर 2021: भारतीय वायुसेना का Mi-17 हेलिकॉप्टर क्रैश, एक जवान जख्मी. 
21 सितंबर 2021: भारतीय थल सेना का चीता हेलिकॉप्टर क्रैश, दो जवान शहीद.
03 अगस्त 2021: भारतीय थल सेना का एडवांस्ड लाइट हेलिकॉप्टर वेपन सिस्टम इंटीग्रेटेड (ALH-WSI) क्रैश. दो जवान शहीद. वेपन सिस्टम इंटीग्रेटेड यानी यह रुद्र हेलिकॉप्टर था. 
25 जनवरी 2021: भारतीय थल सेना का ALH-WSI क्रैश, 1 जवान शहीद, दूसरा घायल.
09 मई 2020: भारतीय सेना का ALH क्रैश, 5 जवान जख्मी. 
24 अक्टूबर 2019: भारतीय सेना का ALH क्रैश, 9 जवान घायल.
27 सितंबर 2019: भारतीय सेना का चीता हेलिकॉप्टर क्रैश. 2 जवान शहीद.
10 अप्रैल 2019: भारतीय नौसेना का चेतक हेलिकॉप्टर क्रैश, कोई शहीद या जख्मी नहीं हुआ. 
23 मई 2018: इंडियन एयरफोर्स का चीता हेलिकॉप्टर क्रैश, जो जवान जख्मी हो गए. 
03 अप्रैल 2018: इंडियन एयरफोर्स का Mi-17 V5 हेलिकॉप्टर क्रैश, न कोई शहीद- न जख्मी. 
06 अक्टूबर 2017: इंडियन एयरफोर्स का Mi-17 V5 क्रैश, 7 जवान शहीद. 
05 सितंबर 2017: भारतीय सेना का ALH क्रैश, दो जवान घायल.
04 जुलाई 2017: इंडियन एयरफोर्स का ALH क्रैश, 3 जवान शहीद.
15 मार्च 2017: इंडियन एयरफोर्स का चीता हेलिकॉप्टर क्रैश, न कोई शहीद- न जख्मी. 

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जानिए हादसाग्रस्त हुए हेलिकॉप्टरों की खासियत और ताकत

रुद्र हेलिकॉप्टर. 

एचएएल रुद्र (HAL Rudra): वायुसेना के पास 16 और आर्मी के पास 75 हैं. यह एक हथियारबंद यूटिलिटी हेलिकॉप्टर है. इसे दो पायलट उड़ाते हैं. 12 जवान बैठ सकते हैं. 52.1 फीट लंबा, 10.4 फीट चौड़ा और 16.4 फीट ऊंचा रुद्र 280 किमी प्रतिघंटा की अधिकतम गति से उड़ सकता है. इसकी उड़ान रेंज 590 किमी. अधिकतम 20 हजार फीट की ऊंचाई तक जा सकता है. इसमें 20 मिमी की एक एम621 कैनन, 2 मिस्ट्रल रॉकेट्स, 4 FZ275 LGR मिसाइल, 4 ध्रुवास्त्र मिसाइल तैनात किए जा सकते हैं. 

चीता हेलिकॉप्टर.

एचएएल चीता (HAL Cheetah): एयरफोर्स के पास 17 और आर्मी के पास 37 हैं. आर्मी ने 8 ऑर्डर किए हैं. इसे एक आदमी उड़ाता है. इसमें 4 पैसेंजर या फिर 1135 KG वजन ले जा सकते हैं. 33.7 फीट लंबे हेलिकॉप्टर की ऊंचाई 10.1 फीट है. यह अधिकतम 192 किमी प्रतिघंटा की गति से 515 KM तक उड़ान भरता है. अधिकतम 17,715 फीट की ऊंचाई तक जा सकता है. सियाचिन ग्लेशियर पर सबसे ज्यादा काम यही हेलिकॉप्टर आता है. 

चेतक हेलिकॉप्टर.

एचएएल चेतक (HAL Chetak): वायुसेना के पास 77, आर्मी के पास 4 और नेवी के पास 36 चेतक हेलिकॉप्टर हैं. यह हेलिकॉप्टर भारतीय मिलिट्री के लिए कई तरह के युद्धों और बचावकार्यों में भाग ले चुका है. इसे 2 पायलट उड़ाते हैं. इसमें 5 पैसेंजर बैठ सकते हैं. 32.11 फीट लंबे इस हेलिकॉप्टर की ऊंचाई 9.10 फीट है. अधिकतम गति 210 किमी प्रतिघंटा है. रेंज 540 किमी और अधिकतम ऊंचाई 10,500 फीट है. 

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Mi-17 हेलिकॉप्टर.

एमआई-17 (Mi-17 Helicopter): वायुसेना के पास 223 रूसी हेलिकॉप्टर्स हैं. इसे तीन लोग मिलकर उड़ाते हैं. दो पायलट और एक इंजीनियर. इसमें 24 सैनिक या 12 स्ट्रेचर या 4000 KG वजन ले जा सकते हैं. 60.7 फीट लंबे इस हेलिकॉप्टर की ऊंचाई 18.6 फीट है. अधिकतम गति 280 किमी प्रतिघंटा है. 800 किमी की रेंज है. अधिकतम 20 हजार फीट की ऊंचाई तक जा सकता है. इसमें रॉकेट्स, एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल या फिर दो मशीन गन लगाए जा सकते हैं. या फिर टैंक्स को ध्वस्त करने के लिए बम लगाए जा सकते हैं. 

ये है एडवांस्ड लाइट यूटिलिटी हेलिकॉप्टर. 

भारतीय सेना के ALH हेलिकॉप्टर क्या है?

एएलएच यानी एडवांस लाइट हेलिकॉप्टर (Advanced Light Helicopter - ALH). इस कैटेगरी में चार हेलिकॉप्टर आते हैं. ये हैं- रुद्र, ध्रुव, लाइट यूटिलिटी हेलिकॉप्टर और प्रचंड. इसमें प्रचंड पूरी तरह से हमलावर हेलिकॉप्टर है. जबकि रुद्र और ध्रुव का इस्तेमाल युद्ध और बचावकार्यों में भी कर सकते हैं. लाइट यूटिलिटी हेलिकॉप्टर का मतलब है सिर्फ जवान या सामान ढोने के लिए इस्तेमाल होने वाला हेलिकॉप्टर. 

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