Advertisement

आपका दिमाग आपकी उम्मीद से ज्यादा गर्म हो सकता है, नई स्टडी

गर्मी इतनी है कि अच्छे-अच्छों का दिमाग गर्म हो जाए. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इंसान का दिमाग कितना गर्म हो सकता है? वैज्ञानिकों ने सोचा और इस सवाल का जवाब भी ढूंढ लिया है.

शरीर की तुलना में ज्यादा गर्म रहता है दिमाग (Photo: Pete Linforth/Pixabay) शरीर की तुलना में ज्यादा गर्म रहता है दिमाग (Photo: Pete Linforth/Pixabay)
aajtak.in
  • लंदन,
  • 14 जून 2022,
  • अपडेटेड 4:51 PM IST
  • दिमाग का तापमान फिक्स नहीं होता
  • दिमाग का तापमान 104ºF तक हो सकता है

इंसान के शरीर का सामान्य तापमान करीब 37ºC (98.6 ºF) होता है, लेकिन दिमाग का नहीं. एक नए शोध के मुताबिक, इंसान का दिमाग उसके शरीर की तुलना में, 2 ºC (3.6 ºF) ज्यादा गर्म हो सकता है. 

ब्रेन (Brain) जर्नल में प्रकाशित एक शोध के मुताबिक, शोध में हिस्सा लेने वाले लोगों के दिमाग का औसत तापमान 38.5ºC (101.3ºF) था, जो औसत ओरल तापमान से 2.5ºC (4.5ºF) ज्यादा था. मस्तिष्क के गहरे क्षेत्रों में, तापमान अक्सर 40ºC (104ºF) से ज्यादा पाया गया. इन क्षेत्रों में 40.9ºC (105.6ºF) उच्चतम तापमान दर्ज किया गया.

Advertisement
 मस्तिष्क के गहरे क्षेत्र का तापमान ज्यादा होता है (Photo: Gerd Altmann/Pixabay)

असल में, दिमाग के सामान्य तापमान को मनुष्यों में कभी परिभाषित नहीं किया गया. इसे आम तौर पर शरीर के बाकी हिस्सों के जैसा ही माना जाता है. पिछले अध्ययनों में, दिमागी रूप से घायल मरीजों का डेटा लिया गया था, जिन्हें सीधे तौर पर मॉनिटर किया गया. अब, स्वस्थ लोगों के दिमाग के तापमान को मैग्नेटिक रेज़ोनेंस स्पेक्ट्रोस्कोपी (MRS) के जरिए मापा जा सकता है. यह एक गैर-आक्रामक मस्तिष्क स्कैनिंग तकनीक (Non-invasive brain scanning technique) है.

दिमाग का तापमान फिक्स नहीं होता

मेडिकल रिसर्च काउंसिल लेबोरेटरी फॉर मॉलिक्यूलर बायोलॉजी (Medical Research Council Laboratory for Molecular Biology) के ग्रुप लीडर डॉ जॉन ओ'नील (Dr John O’Neill) का कहना है कि नए शोध में, टीम ने MRS का इस्तेमाल करके 20 से 40 साल की उम्र के 40 स्वस्थ लोगों के दिमाग की जांच की गई. इन 40 लोगों में 20 पुरुषों और 20 महिलाएं थीं. एक दिन के दौरान तीन बार माप लिया गया और पूरे दिन में दिमाग के तापमान में हुए बदलावों को ट्रैक किया गया. 

Advertisement
अलग-अलग परिस्थितियों में अलग हो सकता है तापमान (Photo: Gerd Altmann/Pixabay) 

शोध में पाया गया कि दिमाग का तापमान फिक्स नहीं होता. यह उम्र, लिंग, मेंस्ट्रुअल साइकल, मस्तिष्क के क्षेत्र और दिन के समय के हिसाब से बदलता रहता है. 

महिलाओं का दिमाग पुरुषों की तुलना में ज्यादा गर्म

नतीजों में पाया गया कि दिमाग का तापमान 36.1ºC से 40.9ºC (97ºF और 105.6ºF) के बीच था. दिमाग की सतह ठंडी होती है, जबकि गहरे क्षेत्र बेहद गर्म होते हैं. जैसे मस्तिष्क के सबसे गहरे हिस्से थैलेमस का तापमान सबसे ज्यादा था. व्यक्ति के लिंग का भी उनके दिमाग के तापमान पर प्रभाव पड़ता है. महिलाओं का दिमाग, मेंस्ट्रुअल साइकल के पहले भाग की तुलना में दूसरे भाग के दौरान, ओव्यूलेशन के बाद 0.36 ºC (0.65 ºF) गर्म पाया गया. ये पुरुषों के दिमाग की तुलना में भी ज्यादा था.

 

सभी लोगों में, दिमाग के तापमान में, पूरे दिन में 1ºC (1.8ºF) का अंतर पाया गया. दिमाग दोपहर में सबसे गर्म और रात में सबसे ठंडा था. शोधकर्ताओं ने फिर स्वस्थ मानव मस्तिष्क के तापमान का पहला 4D मैप भी बनाया.

ये भी पढ़ें

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement