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China ने बनाया ताकतवर ड्रोन 'सनफ्लॉवर-200', इसके हमले से बचना मुश्किल... देखिए Video

China ने ईरान और तुर्की के सुसाइड ड्रोन की नकल करते हुए ठीक वैसा ही आत्मघाती ड्रोन बनाया है. इसका नाम है सनफ्लॉवर-200 (Sunflower-200). यह ईरान के शाहेद-136 ड्रौन जैसी दिखती है. आइए जानते हैं इस अटैक ड्रोन की खासियत...

ये है चीन का सनफ्लॉवर-200 जिसका वीडियो इस समय वायरल हो रहा है. (वीडियोग्रैबः X/IADN) ये है चीन का सनफ्लॉवर-200 जिसका वीडियो इस समय वायरल हो रहा है. (वीडियोग्रैबः X/IADN)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 13 सितंबर 2023,
  • अपडेटेड 3:46 PM IST

चीन की ड्रोन कंपनी कोबटेक (Cobtec) ने ईरान और तुर्की के ड्रोन शाहेद-136 की तरह की एक ड्रोन बनाया है. यह आत्मघाती ड्रोन है. यानी एक बार टारगेट की तरफ उड़ गया तो सीधे जाकर उसके साथ खुद को भी मार लेता है. यानी यह सुसाइड अटैक करता है. इस ड्रोन का नाम है सनफ्लॉवर-200 (Sunflower-200). 

इसे बनाने वाली कंपनी का दावा है कि यह 1500 से 2000 किलोमीटर तक की उड़ान भर सकता है. साथ ही यह अपने साथ 40 किलोग्राम वजन का हथियार ले जा सकता है. इस ड्रोन यानी सनफ्लॉवर का वजन 175 किलोग्राम है. इसकी अधिकतम गति 220 किलोमीटर प्रतिघंटा है. विंगस्पैन 8 फीट और लंबाई 10 फीट है.  

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सनफ्लॉवर को उड़ने के लिए एक लॉन्च पैड की जरुरत होती है. रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि यह ईरानी ड्रोन शाहेद-136 की हू-ब-हू कॉपी है. इसका काम, मकसद और क्षमताएं भी एक समान हैं. इसे रेल लॉन्च प्लेटफॉर्म से छोड़ा जाता है. पहले प्रोपेलर ऑन होता है. जो कि एक रॉकेट बूस्टर है. इसके बाद वह गिर जाता है. ड्रोन उड़ता है. 

इसे लेकर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें दिखाया गया है कि कोई पहाड़ी इलाका है. जहां पर रेल लॉन्च प्लेटफॉर्म से इसे दागा जा रहा है. उसके बाद वह घाटी में जाकर टारगेट पर हमला कर रहा है. अगर इसकी तुलना शाहेद-136 से करें तो यह कम वजनी है. इसका वजन 175 किलो है, जबकि शाहेद का 240 किलोग्राम. 

एक चीज अलग है वह ये कि सनफ्लॉवर में नई जेनरेशन का कंपोजिट मटेरियल लगा है. जिससे की यह हल्का हो गया है. इसके इंजन को कम वजन लेकर उड़ान भरने के लिए ज्यादा ताकत नहीं लगानी पड़ती. इसकी अधिकतम स्पीड 220 किलोमीटर प्रतिघंटा है लेकिन यह 160 से 220 के बीच किसी भी स्पीड में क्रूज कर सकता है. 

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इसे बनाने वाली कंपनी पूरी तरह से निजी है. इसलिए यह अपने ड्रोन को दुनिया के किसी भी देश या सैन्य संस्थान को बेच सकती हैं. इस समय चीन की DJI कंपनी दुनिया की सबसे बड़ी ड्रोन निर्माता है. उसके पास कई तरह के ड्रोन्स हैं. जिनका इस्तेमाल यूक्रेन और रूस दोनों कर रहे हैं. 

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