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चीन ने अंतरिक्ष में भेजी ऐसी सैटेलाइट जो बताएगी धरती पर कब और कहां होगी कितनी बारिश

धरती पर कब और कहां, कितनी बारिश होगी ये बताना अब चीन के लिए आसान हो गया है. चीन ने मौसम से जुड़ी अपनी सैटेलाइट की सीरीज़ में एक और सैटेलाइट जोड़ी है. इसका नाम है फेंग्युन-3G (Fengyun-3G या FY-3G). जिसे हाल ही में भेजा गया है. यह सैटेलाइट ऑर्बिट में 6 साल तक काम करेगी. 

FY-3G, फेंगयुन सीरीज़ की 20वीं सैटेलाइट है (Photo: China Xinhua Sci-Tech/Twitter) FY-3G, फेंगयुन सीरीज़ की 20वीं सैटेलाइट है (Photo: China Xinhua Sci-Tech/Twitter)
aajtak.in
  • बीजिंग,
  • 18 अप्रैल 2023,
  • अपडेटेड 9:35 AM IST

पृथ्वी पर कहां कितनी बारिश होगी, अब ये जानना आसान हो गया है. चीन के वैज्ञानिकों ने एक ऐसी सैटेलाइट बनाई है जो पृथ्वी पर बारिश को मापने में मदद कर सकती है. इस सैटेलाइट का नाम है फेंग्युन-3G (Fengyun-3G या FY-3G) और इसे हाल ही में लॉन्च किया गया है. यह सैटेलाइट 6 साल तक काम करेगी. 

FY-3G देश की पहली सौटेलाइट है जिससे वैज्ञानिक अंतरिक्ष से पृथ्वी पर बारिश की निगरानी कर सकेंगे. दुनिया में ऐसे केवल तीन सैटेलाइट ही हैं, यह उनमें से एक है. इसे चाइना एयरोस्पेस साइंस एंड टेक्नोलॉजी कॉरपोरेशन के एक संस्थान ने बनाया है और इसके ग्राउंड सिस्टम को चीन का मौसम विभाग बनाएगा और संचालित करेगा.

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 हाल ही में इस सैटेलाइट को लॉन्च किया गया है (Photo: China Xinhua Sci-Tech/Twitter)

सेंट्रल मीटियोरोलॉजिकल ऑब्ज़रवेटरी (Central meteorological observatory) के प्रमुख चेन ज़ेनलिन (Chen Zhenlin) का कहना है कि फेंगयुन सीरीज़ के 20वीं सैटेलाइट FY-3G से, मौसम से जुड़ी चीन की लो-ऑर्बिट सैटेलाइट के समूह की ताकत का पता लगेगा. साथ ही, वैश्विक तूफानों से जुड़ी शुरुआती चेतावनी देने की क्षमता में काफी सुधार होगा.

इससे पहले, बारिश के बारे में जानकारी का पता जमीन पर मौजूद रेन गेज और रडार से चलता था. हालांकि, उपकरणों की कमी और असमान वितरण की वजह से, बड़े पैमाने पर और सटीक जानकारी हासिल करना मुश्किल हो गया था. नेश्नल सैटेलाइट मीटियोरोलॉजिकल सेंटर के उप निदेशक झांग पेंग (Zhang Peng) का कहना है कि ज़मीन पर मौजूद डिवाइसों में ब्लाइंड स्पॉट होते हैं, लेकिन अंतरिक्ष की सैटेलाइट इस कमी को दूर कर सकते हैं. वह उन जगहों का डेटा भी ला सकती हैं जहां ग्राउंड पर आधारित माप नहीं किया जा सकता.

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 अब तेज़ बारिश और आंधी-तूफान की सटीक जानकारी मिल सकेगी (Photo: Reuters)

बारिश पर नज़र रखने और शुरुआती चेतावनी की सटीकता बढ़ाने के लिए, वैज्ञानिकों ने FY-3G पर बारिश मापने वाला डुअल-फ्रीक्वेंसी रडार भी लगाया है, जो सैटेलाइट को 407 किमी की ऊंचाई पर भी बूंदा-बांदी की सटीक जानकारी दे सकेगा. FY-3G के मुख्य डिज़ाइनर कियान बिन ने कहा कि सैटेलाइट 50 डिग्री के झुकाव के साथ कम झुकाव वाली ऑर्बिट में होगा. यह खासकर 50 डिग्री उत्तरी अक्षांश से 50 डिग्री दक्षिण अक्षांश की सीमा के अंदर का डेटा देगा.

 

मौसम विभाग का कहना है कि अगले छह महीनों में, FY-3G इन-ऑर्बिट टेस्ट से गुज़रेगा और आने वाले बाढ़ के मौसम में बारिश और आंधी जैसी मौसम संबंधी आपदाओं की चुनौतियों का सामना करेगा. चीन के पास फिलहाल ऑर्बिट में, मौसम से जुड़ी कुल 8 फेंगयुन सैटेलाइट्स हैं, जो 126 देशों और इलाकों को अपना डेटा और सेवाएं दे रही हैं. 

 

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