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China के सीक्रेट स्पेसक्राफ्ट ने अंतरिक्ष में छोड़ी 6 अनजान चीजें, किसकी जासूसी कर रहा है ड्रैगन?

China पूरी दुनिया को धोखे में रख रहा है. उसके सीक्रेट स्पेस प्लेन ने अंतरिक्ष में छह अनजान चीजों को छोड़ा है. इन चीजों से अलग तरह के सिग्नल आ रहे हैं. इस स्पेस प्लेन का नाम शेनलॉन्ग (Shenlong) है. आज तक चीन के इस प्लेन की असली तस्वीर बाहर नहीं आई है. चीन इस स्पेस्क्राफ्ट को बेहद गुप्त रख रहा है.

ये है चीन का सीक्रेट स्पेसक्राफ्ट शेनलॉन्ग. जिसके जरिए वह न जाने किस तरह के एक्सपेरिमेंट अंतरिक्ष में कर रहा है. (फोटोः चाइना एयरोस्पेस स्टडीज इंस्टीट्यूट) ये है चीन का सीक्रेट स्पेसक्राफ्ट शेनलॉन्ग. जिसके जरिए वह न जाने किस तरह के एक्सपेरिमेंट अंतरिक्ष में कर रहा है. (फोटोः चाइना एयरोस्पेस स्टडीज इंस्टीट्यूट)
आजतक साइंस डेस्क
  • बीजिंग,
  • 20 दिसंबर 2023,
  • अपडेटेड 11:42 AM IST

चार दिन हुए हैं सिर्फ चीन के सीक्रेट स्पेस प्लेन शेनलॉन्ग (Secret Spacecraft Shenlong) को लॉन्च हुए. उसने धरती की निचली कक्षा में छह अनजान चीजों को छोड़ दिया है. ये चीजें क्या हैं? किसी को पता नहीं. चीन इनसे क्या करना चाहता है, वो भी किसी को पता नहीं. लेकिन इन छह चीजों से सिग्नल निकल रहे हैं. 

शेनलॉन्ग का अंग्रेजी में मतलब होता है Divine Dragon. यह अमेरिकी विमान X-37B की तरह दिखता है. लेकिन यह रोबोटिक स्पेसक्राफ्ट है. सैटेलाइट ट्रैकर और एस्ट्रोनॉमर स्कॉट टाइली ने इन चीजों को अपने टेलिस्कोप से देखा है. उन्होंने कहा कि चीन क्या कर रहा है, ये पता नहीं चल रहा है. उसके सीक्रेट स्पेसक्राफ्ट ने इन छह चीजों को अंतरिक्ष में छोड़ा है. 

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हो सकता है कि चीन इन छह चीजों के जरिए दुनियाभर की जासूसी कर रहा हो. या फिर किसी तरह का वैज्ञानिक प्रयोग. स्कॉट का दावा है कि इस स्पेसप्लेन से निकली चीजें S-Band सिग्नल भेज रही हैं. वो भी रुक-रुक कर. ज्यादातर सिग्नल ऑबजेक्ट ए से आ रहे हैं. बाकी B, C, D, E और F शांत हैं. एस्ट्रोनॉमर का मानना है कि चीन जिस फ्रिक्वेंसी के सिग्नल का इस्तेमाल कर रहा है, उसके जरिए वह किसी देश की विमानन सेवा को ट्रैक करने की कोशिश कर रहा है. 

पहले भी इस तरह की हरकत कर चुका है चीन

इससे पहले इस स्पेसक्राफ्ट ने 2020 और 2022 में भी अंतरिक्ष में अनजान चीजें छोड़ गया था. इस साल ही यह प्लेन धरती की 276 दिन यात्रा करके वापस लौटा था. 8 मई 2023 को चीन वापस लौटा था. इस रहस्यमयी अंतरिक्षयान की तस्वीर भी चीन कभी जारी नहीं करता. कहा जाता है कि यह अमेरिकी स्पेसक्राफ्ट X-37B की तरह ही है.   

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ये है अमेरिका का X-37B स्पेसक्राफ्ट, जिसकी नकल करके चीन ने अपना यान बनाया है. (फोटोः USAF)

रोबोटिक स्पेसक्राफ्ट... मिशन डिटेल लोड कर दो

बताते हैं कि चीन का यह एक्सपेरिमेंट उसकी स्पेस टेक्नोलॉजी के लिए जरूरी है. भविष्य में सैटेलाइट्स या इंसानों को अंतरिक्ष में ले जाने के लिए यह यान सस्ता साधन बनेगा. यह एक स्वचालित स्पेसक्राफ्ट है, जिसमें मिशन पूरा फीड कर दें तो यह खुद टेकऑफ करके, अपना मिशन पूरा करने के बाद खुद ही वापस लौट आए. 

अमेरिका को टक्कर देना चाहता है चीन

यह कई महीनों तक अंतरिक्ष में चक्कर लगा सकता है. उधर, नासा के X-37B यान ने पिछले साल अपना छठा मिशन पूरा किया था. वह 900 दिनों तक अंतरिक्ष में था. पिछले साल लॉन्चिंग के बाद इस यान ने पृथ्वी की कक्षा में एक रहस्यमयी वस्तु को छोड़ा था. यह वस्तु लगातार इस स्पेसप्लेन के पीछे-पीछे धरती का चक्कर लगा रही थी.  

अमेरिका के पास ही है इस प्लेन की जानकारी

दुनिया को चीन के सीक्रेट स्पेसप्लेन के बारे में ही थोड़ी जानकारी है. चीन ने दोबारा इस्तेमाल होने वाला अंतरिक्षयान बनाया है. जैसे अमेरिका के पास स्पेस शटल था. इसे लॉन्ग मार्च 2एफ रॉकेट से लॉन्च किया जाता है. इस स्पेसक्राफ्ट को लॉन्च करने के पीछे चीन की क्या मंशा है, ये किसी को नहीं पता. इसके अंदर क्या चीजें हैं, ये भी किसी को नहीं पता. 

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अमेरिकी स्पेस फोर्स के 18वें स्पेस डिफेंस स्क्वॉड्रन ने इस वस्तु के बारे में थोड़ी जानकारी हासिल की. अमेरिकी स्पेस फोर्स ने कहा कि चीन के सीक्रेट स्पेसप्लेन ने पिछले साल 24 से 31 अक्टूबर के बीच यह रहस्यमयी वस्तु पृथ्वी की कक्षा में रिलीज की थी.  

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