
आज हम बताने जा रहे हैं एक ऐसे जानवर के बारे में, जिसकी तीन आंखें हुआ करती थीं. यह समुद्र में रहने वाला जानवर था और इसके फिन पंखों जैसे थे. यह जीव छोटे समुद्री जानवरों का शिकार किया करता था.
इस जानवर का नाम स्टेनलीकारिस हिरपेक्स (Stanleycaris hirpex) है, जो करीब 50 करोड़ साल पहले कैम्ब्रियन काल (Cambrian Period) में पाया जाता था. यह आर्थ्रोपोड्स में पहला ऐसा जानवर है जिसकी तीन आंखे थीं.
आर्थ्रोपोड्स वह ग्रुप है जिसमें कीड़े, अरचिन्ड और क्रस्टेशियंस शामिल होते हैं, लेकिन शोधकर्ताओं को लगता है कि ऐसे और ग्रुप भी हो सकते हैं जिनके जानवरों में तीसरी आंख हो, और जिन्हें अनदेखा किया गया हो.
स्टेनलीकारिस हिरपेक्स का आकार एक इंसान के हाथ के बराबर था. इसके सिर के दोनों तरफ उभरी हुई दो आंखे थीं, जिनमें सैकड़ों लेंस लगे थे. बीच में एक और आंख थी जो बाकी दोनों आंखों से काफी बड़ी थी.
कनाडा में टोरंटो यूनिवर्सिटी ( University of Toronto) के जोसेफ मोयसियुक (Joseph Moysiuk) का कहना है कि उंगली के आकार के जानवरों के बीच रहते हुए, यह तेजी से चलने तैरने वाले शिकार का पीछा करने के लिए, अपने एडवांस विज़ुअल सिस्टम का इस्तेमाल करता होगा.
मोयसियुक और उनके सहयोगियों ने हाल ही में, ब्रिटिश कोलंबिया के कैनेडियन रॉकीज (Canadian Rockies) में कैम्ब्रियन बर्गेस शेल (Cambrian Burgess Shale) से खोजे गए एस. हिरपेक्स के सैकड़ों जीवाश्मों की जांच की.
करंट बायोलॉजी (Current Biology) में प्रकाशित शोध के मुताबिक, 268 नमूनों में से कई में, सॉफ्ट टिश्यू अब भी बरकरार थे. मोयसियुक का कहना है कि जीवाश्म वाली चटट्टान को 50.6 करोड़ साल बाद भी, धूप में इनकी आंखों को चमकते हुए देखा जा सकता है. इसलिए यह बहुत स्पष्ट था कि इसकी तीन आंखें थीं.
इस जानवर के शरीर के 17 खंड थे, उसके शरीर के निचले भाग के साथ दो जोड़ी कड़े ब्लेड लगे थे. इसके पंजे नोकीले थे, जिनसे पता लगता है कि यह एक क्रूर शिकारी था.