
जो लोग कुत्ते पालते हैं वे अक्सर कहते हैं कि जब वे अपने कुत्ते के साथ होते हैं तो अपने सारे तनाव भूल जाते हैं. लोग अक्सर कहते हैं कि परेशान होने पर उन्होंने ये महसूस किया है कि उनका कुत्ता भी उनकी परेशानी समझता है. अब ये सिर्फ कहने की बात नहीं रही, क्योंकि एक शोध ने इसे सच साबित किया है.
आपका कुत्ता ये बता सकता है कि आप कब तनाव में हैं, कब नहीं. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि तनाव में होने पर इंसान की गंध अलग होती है. प्लस वन (PLOS ONE) जर्नल में प्रकाशित एक नए शोध से पता चला है कि इंसान जब तनाव में होता है, तो उसकी गंध इतनी स्ट्रॉंग होती है कि कुत्ता इसे बड़ी आसानी और दृढ़ता से समझ लेता है. 93.75 प्रतिशत ट्रायल में कुत्तों ने सामान्य और तनावग्रस्त गंध के बीच सही अंतर बताया है. कुत्ते अनजान व्यक्ति के मामले में भी ये आसानी से महसूस कर सकते हैं.
शोधकर्ताओं ने उत्तरी आयरलैंड के बेलफास्ट से ट्रेओ, फिंगल, सूत और विनी नाम के चार कुत्तों को इस शोध में शामिल किया. ये कुत्ते कॉकर स्पैनियल, कॉकपू, लचर-टाइप मिक्स्ड ब्रीड और टेरियर-टाइप मिक्स्ड ब्रीड के थे.
इस शोध में 36 लोगों को गणित का सवाल हल करने के लिए दिया गया. सवाल हल करने से पहले और बाद में प्रतिभागियों के पसीने और सांस के नमूने लिए गए. इसमें ब्लड प्रेशर और हार्ट रेट में वृद्धि का भी पता चला जिससे काम होने के बाद तनाव बढ़ने के स्तर का पता चला. फिर इन चार कुत्तों की नाक को पांच सेकंड के लिए नमूने के पास रखकर सामान्य और तनावग्रस्त नमूनों की पहचान कराई गई. कुल मिलाकर, चार कुत्तों ने 720 ट्रायल में से 675 में तनाव की गंध को सही से पहचान लिया. हर कुत्ते ने 90 से 96.88 प्रतिशत सटीकता के साथ पहचान की.
शोध के लेखक क्लारा विल्सन (Clara Wilson) कहना है कि शोध के नतीजे बताते हैं कि जब इंसान तनाव में होते हैं तो उनके पसीने और सांस से अलग गंध आती है और कुत्ते आराम से वह गंध और सामान्य गंध में फर्क समझ लेते हैं. भले ही वे उस व्यक्ति हो जानते हों या नहीं.
शोधकर्ताओं के मुताबिक कुत्ते कोर्टिसोल (Cortisol) जैसे स्ट्रेस हार्मोन की गंध का भी पता लगा सकते हैं. तनाव से ग्लूकोनोजेनेसिस, ग्लाइकोजेनोलिसिस और लिपोलिसिस की उत्तेजना, और रेनिन और एंजियोटेंसिन II एंजाइम का स्तर बढ़ जाता है. इन सब को भी कुत्ते समझ सकते हैं.
विल्सन कहती हैं कि शोध से पता चलता है कि इंसानों के तनाव को समझने के लिए कुत्तों को विज़ुअल या ऑडियो संकेतों की ज़रूरत नहीं है. यह इस तरह का पहला शोध है जो सबूत देता है कि कुत्ते अकेले सांस और पसीने से तनाव को सूंघ सकते हैं. और ये सर्विस डॉग और थेरेपी डॉग को ट्रेनिंग देते समय उपयोगी हो सकता है.
शोधकर्ताओं का कहना है कि भविष्य के शोध इंसान और कुत्तों के बीच भावनात्मक जुड़ाव पर भी रोशनी डाल सकते हैं. हालांकि इस शोध ने मानव तनाव के प्रति कुत्तों की भावनात्मक प्रतिक्रियाओं का आकलन नहीं किया है. लेखकों का कहना है कि कुत्ते आमतौर पर इन नमूनों को लेते समय खुशी से उत्साहित हो गए थे. ऐसा इसलिए भी था क्योंकि इस काम के बाद वो ईनाम के तौर पर खाना मिलने की उम्मीद कर रहे थे.