
हाल ही में, एक नए शोध से पता चला है कि समुद्री स्तनपायी डगोंग (Dugong), अब चीन में विलुप्त हो गए हैं. डगोंग (Dugong dugon) को आमतौर पर समुद्री गायों के रूप में जाना जाता है.
सैकड़ों सालों से ये समुद्री जानवर चीन के समुद्र में घास पर तैरते रहे हैं. लेकिन दो दशकों से ज्यादा समय से इन्हें इस इलाके में नहीं देखा गया है. वैज्ञानिकों की एक अंतरराष्ट्रीय टीम ने हाल ही में इसकी जांच की. चार चीनी प्रांतों में स्थानीय मछली पकड़ने वाले समुदायों का सर्वे किया गया और लापता डगोंग के सबूत खोजे गए.
रॉयल सोसाइटी ओपन साइंस जर्नल (Royal Society Open Science) में प्रकाशित शोध के मुताबिक, डगोंग 1960 के आसपास काफी संख्या में थीं. लेकिन 1975 के बाद इनकी संख्या तेजी से घट गई. 2008 के बाद से मछुआरों द्वारा डगोंग के देखे जाने के कोई साक्ष्य नहीं मिलते. साथ ही, चीन में वैज्ञानिकों ने भी 2000 के बाद से डगोंग नहीं देखी.
शोधकर्ताओं का कहना है कि शोध के नतीजों के आधार पर हम इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि हाल के दशकों में डगोंग की जनसंख्या तेजी से घटी है और अब ये चीन में विलुप्त हो गए हैं.
डगोंग का शरीर मोटा, चौड़ा, लटका हुए चेहरा और डॉल्फ़िन की तरह चपटी और झुकी हुई पूंछ होती है. एक वयस्क डगोंग की लंबाई करीब 13 फीट होती है. इनका वजन 400 किलो से ज्यादा हो सकता है. मिशिगन यूनिवर्सिटी के एनिमल डाइवर्सिटी वेब (ADW) के मुताबिक, वे मैनेटेस से मिलते-जुलते हैं जिन्हें समुद्री गायों के तौर पर भी जाना जाता है. लेकिन मैनेट्स मीठे पानी के ईकोसिस्टम में रहते हैं, जबकि डगोंग पूर्वी अफ्रीका से वानुअतु तक, उथले उष्णकटिबंधीय समुद्र में रहते हैं. जैसे ज़मीन पर घास के मैदान में गाय चरती हैं, डगोंग भी उसी तरह समुद्री घास चरते हैं. वे एकमात्र ऐसे समुद्री स्तनधारी हैं जो शाकाहारी हैं.
ADW के मुताबिक, डगोंग समुद्र तट के पास चरते हैं, इसलिए वे अक्सर नावों से टकराते हैं और मछुआरों के जाल में फंस जाते हैं. शोध में कहा गया है कि कुछ मुट्ठी भर लोगों ने ही पिछले पांच सालों में चीन के समुद्र में डगोंग देखने की बात कही, लेकिन उनकी पुष्टि नहीं हो सकी थी. इसलिए हो सकता है कि कोई डगोंग अब भी उत्तरी दक्षिण चीन सागर में जीवित हो.