
वैज्ञानिकों का मानना है कि स्पेसएक्स के फॉल्कन 9 रॉकेट (SpaceX’s Falcon 9 rockets) और ब्लू ओरिजिन (Blue Origin) समेत बाकी रॉकेट से निकलने वाला धुंआ इंसानों और हमारी पृथ्वी के लिए जहरीला (Toxic) है.
जर्नल फिजिक्स ऑफ फ्लूड्स (Journal Physics of Fluids) में प्रकाशित एक नए पेपर में, शोधकर्ताओं ने स्पेसएक्स, ब्लू ओरिजिन और अन्य निजी रॉकेट निर्माताओं के रॉकेटों से निकलने वाले अलग-अलग तरह के धुएं का डिजिटल मॉडल तैयार किया. वैज्ञानिकों ने पाया कि इसके नतीजे बेहद गंभीर थे.
साइप्रस यूनिवर्सिटी ऑफ निकोसिया (Cyprus University of Nicosia) की रिसर्च टीम का मानना है कि रॉकेट लॉन्च की वजह से वायुमंडलीय प्रदूषण होता है जो एक गंभीर समस्या है और इसपर सही तरह से ध्यान देने की ज़रूरत है, क्योंकि आने वाले समय में कमर्शियल अंतरिक्ष उड़ानों की संख्या बढ़ने की उम्मीद है.
स्पेसएक्स के फॉल्कन 9 जैसे रॉकेट जो लॉन्च के लिए RP-1 रॉकेट फ्यूल का इस्तेमाल करते हैं, उनसे बड़ी मात्रा में कार्बन गैस और नाइट्रोजन ऑक्साइड बनती हैं. शोधकर्ताओं के बनाए गए मॉडल के नतीजों में पाया गया कि एक रॉकेट नाइट्रोजन ऑक्साइड को वायुमंडल में दो क्यूबिक किलोमीटर तक छोड़ता है, जिसे स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मानकों के तहत 'मानव स्वास्थ्य के लिए खतरनाक' माना जाता है.
शोध के लेखक, इयोनिस कोकिनाकिसा (Ioannis W. Kokkinakisa) और दिमित्रिस ड्रिकाकिस (Dimitris Drikakisb) ने लिखा है कि भविष्य के रॉकेट लॉन्च के डिजाइन पर विचार करने की ज़रूरत है क्योंकि ये वायुमंडल पर प्रभाव डाल रहे हैं. हालांकि इस पेपर पर सफाई देते हुए ब्लू ओरिजिन के प्रवक्ता का कहना है कि उनके नए शेपर्ड रॉकेट में बेहद साफ लिक्विड ऑक्सीजन और हाइड्रोजन है और इसमें ब्यप्रोडक्ट के रूप में केवल 'बिना कार्बन उत्सर्जन वाला वॉटर वेपर' है.
असल में निजी अंतरिक्ष कंपनियां, खासकर स्पेसएक्स रॉकेट लॉन्च की संख्या बढ़ाने के लिए काम कर रही हैं. अगर यह पृथ्वी के वातावरण पर असल डालते हैं और स्वास्थ्य समस्याएं होती हैं, तो इनपर अभी से काम करना बेहतर होगा.