Advertisement

IIT Kanpur ने बनाया सुसाइड ड्रोन, दुश्मन की टेरिटरी में घुसकर मचाएगा तबाही

IIT Kanpur ने भारतीय सेना के लिए आत्मघाती ड्रोन बनाया है. यानी Suicide Drone. खास बात ये है कि इसे दुश्मन का रडार पकड़ ही नहीं सकता. अगले छह महीने में इसका टारगेट डिस्ट्रक्शन ट्रायल होगा. संभव है उस परीक्षण में सेना के अधिकारियों को शामिल किया जाए. ताकि इस ड्रोन की क्षमता का प्रदर्शन हो सके.

ये है IIT Kanpur द्वारा बनाया गया सुसाइड ड्रोन, जिसे कैनिस्टर या कैटापॉल्ट लॉन्चर से दाग सकते हैं. ये है IIT Kanpur द्वारा बनाया गया सुसाइड ड्रोन, जिसे कैनिस्टर या कैटापॉल्ट लॉन्चर से दाग सकते हैं.
सिमर चावला
  • कानपुर,
  • 10 जुलाई 2023,
  • अपडेटेड 3:49 PM IST

IIT कानपुर ने सुसाइड ड्रोन बनाया है. इस ड्रोन में छह किलोग्राम वजनी हथियार यानी विस्फोटक लगाया जा सकता है. यह 100 किलोमीटर की रेंज तक दुश्मन के अड्डे पर हमला कर सकता है. एयरोस्पेस डिपार्टमेंट के असिस्टेंट प्रोफेसर सुब्रमण्यम सदराला ने बताया कि इसमें स्टॉल्ड टेक्नोलॉजी लगी है. इसलिए इस ड्रोन को दुश्मन के रडार पकड़ नहीं सकते. टारगेट डिस्ट्रक्शन ट्रायल अगले छह महीने में होंगे. 

Advertisement

सदराला ने बताया कि हम इस ड्रोन को डीआरडीओ के डीवाईएसएल प्रोजेक्ट के तहत पिछले एक साल से तैयार कर रहे हैं. यह एक कामीकेज ड्रोन है. इसे तीनों सेनाओं के हिसाब से मॉडीफाई किया जा सकता है. 

इसकी लंबाई करीब 2 मीटर है. यह फोल्डेबल है. इसमें कैमरा और इंफ्रारेड सेंसर लगे हुए हैं. इसे कैनिस्टर या कैटापॉल्ट से लॉन्च कर सकते हैं. यह ड्रोन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (विजुअल गाइडेंस) की मदद से दुश्मन के टारगेट को बर्बाद कर देगा. 

प्रो. सदराला ने बताया कि दुश्मन भले ही जीपीएस ब्लॉक कर दे. लेकिन यह ड्रोन दुश्मन टारगेट को पकड़ लेगा और उसे तबाह कर देगा. यह बैटरी से चलने वाला सुसाइड ड्रोन है. 

यह लॉन्च के 40 मिनट के अंदर दुश्मन के 100 किलोमीटर की टेरिटरी में घुसकर भारी तबाही मचा सकता है. इस समय हाइब्रिड युद्ध का समय है. इसलिए ऐसे आत्मघाती ड्रोन्स की जरुरत हर देश को है. यह ड्रोन अपने टारगेट से सिर्फ 2 मीटर ही डेविएट हो सकता है. 

Advertisement

इसे जल्द ही वॉरहेड के साथ टेस्ट किया जाएगा. ड्रोन को स्टेल्थ टेक्नोलॉजी से लैस किया गया है. ताकि दुश्मन का रडार या कैमरा इसे आसानी से देख नहीं पाए. यह कम से कम 100 मीटर और अधिकतम 4.5 किलोमीटर की ऊंचाई तक जा सकता है. इसकी मदद से दुश्मन पर किसी भी ऊंचाई से हमला किया जा सकता है. यह रात में भी हमला कर सकता है. इस ड्रोन को बनाने के लिए डिफेंस कॉरीडोर के तहत फंड्स मिले थे. 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement