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ISRO चीफ एस सोमनाथ को कैंसर, Aditya-L1 की लॉन्चिंग के दिन चला पता, लेकिन...

Aditya-L1 की लॉन्चिंग वाले दिन ISRO चीफ Dr. S. Somanath को कैंसर डिटेक्ट हुआ था. लेकिन वो हारे नहीं. कीमोथैरेपी ली. दवाइयां अब भी चल रही हैं. मिशन भी पूरे हो रहे हैं.

भारत के सूर्य मिशन आदित्य-एल1 की लॉन्चिंग वाले दिन इसरो चीफ एस. सोमनाथ को पता चला था कि उन्हें कैंसर है. (फोटो-PTI) भारत के सूर्य मिशन आदित्य-एल1 की लॉन्चिंग वाले दिन इसरो चीफ एस. सोमनाथ को पता चला था कि उन्हें कैंसर है. (फोटो-PTI)
आजतक साइंस डेस्क
  • नई दिल्ली,
  • 04 मार्च 2024,
  • अपडेटेड 2:37 PM IST

भारत के सूर्य मिशन आदित्य एल-1 की लॉन्चिंग के समय भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के प्रमुख एस सोमनाथ कैंसर से जूझ रहे थे. 

सोमनाथ ने एक इंटरव्यू में इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि स्कैनिंग में कैंसर का पता चला था. चंद्रयान-3 मिशन लॉन्च के दौरान भी कुछ स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें थीं. हालांकि, उस समय तक कुछ भी स्पष्ट नहीं था. उन्होंने कहा कि आदित्य मिशन के दिन ही उन्हें इस बीमारी का पता चला था. इससे वो और उनका परिवार दोनों परेशान हो गए थे. 

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यहां तक कि उनके सभी साथी वैज्ञानिक भी इस खबर से आहत थे. लेकिन उन्होंने इस चुनौतीपूर्ण माहौल में खुद को संभाले रखा. परिवार और इसरो वैज्ञानिकों को संभाला. लॉन्चिंग के बाद उन्होंने पेट का स्कैन कराया. तब इसका पता चला था. लेकिन अधिक जांच और इलाज के लिए वो चेन्नई गए. पता चला कि यह बीमारी उन्हें जेनेटिकली मिली है. उन्हें पेट का कैंसर हुआ था. 

कुछ ही दिन में कैंसर की पुष्टि भी हो गई. इसके बाद सोमनाथ ने सर्जरी कराई. फिर उनकी कीमोथैरेपी चलती रही. सोमनाथ ने बताया कि पूरा परिवार सदमे में था. लेकिन अब ऐसा कुछ नहीं है. ट्रीटमेंट हुआ और वो ठीक हो गए. दवाइयां फिलहाल चल रही हैं. लेकिन इस दौरान उनके परिवार और साथियों ने बहुत सपोर्ट किया. 

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समय लगेगा लेकिन मैं इस जंग को जीतूंगा

सोमनाथ ने बताया कि उन्हें पता है कि इसके इलाज में काफी समय लगेगा. यह एक लंबी प्रक्रिया है. लेकिन यह जंग में लडूंगा. काफी ज्यादा रिकवरी हो गई है. मैं सिर्फ चार दिन अस्पताल में था. फिर अपना काम पूरा किया. बिना किसी दर्द के मैं इसरो में पांचवें दिन से काम करने लगा था. 

सोमनाथ ने बताया कि मैं लगातार मेडिकल चेकअप्स और स्कैन करवा रहा हूं. लेकिन अब मैं पूरी तरह से ठीक हो चुका हूं. अपना काम और इसरो के मिशन और लॉन्च को पर पूरा ध्यान है. इसरो के आगे के सारे मिशन पूरा करके ही दम लूंगा. 

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