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ब्रह्मांड के खुफिया रहस्य खोलेगा XPoSAT, इसरो दिसंबर में इस डेट को करेगा लॉन्चिंग

ISRO दिसंबर महीने के अंत में XPoSAT यानी एक्स-रे पोलैरीमीटर सैटेलाइट लॉन्च कर सकता है. लॉन्चिंग देश के सबसे भरोसेमंद रॉकेट PSLV से की जाएगी. यह इस रॉकेट 60वीं उड़ान होगी. यह मिशन 5 साल तक काम करेगा. इस सैटेलाइट का मकसद है पल्सर, ब्लैक होल्स, आकाशगंगा, रेडिएशन आदि की स्टडी करना.

सतीश धवन स्पेस सेंटर के पहले लॉन्च पैड से की जाएगी XPoSAT की लॉन्चिंग. PSLV रॉकेट होगा इस्तेमाल. (फोटोः PTI) सतीश धवन स्पेस सेंटर के पहले लॉन्च पैड से की जाएगी XPoSAT की लॉन्चिंग. PSLV रॉकेट होगा इस्तेमाल. (फोटोः PTI)
आजतक साइंस डेस्क
  • नई दिल्ली,
  • 28 नवंबर 2023,
  • अपडेटेड 12:37 PM IST

Chandrayaan-3 की चांद पर सफल लैंडिंग. Aditya-L1 की सफल लॉन्चिंग. Gaganyaan के सफल टेस्ट लॉन्च के बाद अब ISRO नई लॉन्चिंग की तैयारी में है. संभवतः 25 दिसंबर या उसके आसपास एक्स-रे पोलैरीमीटर सैटेलाइट यानी XPoSAT मिशन की लॉन्चिंग कर सकता है. इसके लिए पोलर सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (PSLV) रॉकेट का इस्तेमाल किया जाएगा.

XPoSAT अंतरिक्ष में होने वाले रेडिएशन की स्टडी करेगा. उनके स्रोतों की तस्वीरें लेगा. इसमें लगे टेलिस्कोप को रमन रिसर्च इंस्टीट्यूट ने बनाया है. यह सैटेलाइट ब्रह्मांड के 50 सबसे ज्यादा चमकने वाले स्रोतों की स्टडी करेगा. जैसे- पल्सर, ब्लैक होल एक्स-रे बाइनरी, एक्टिव गैलेक्टिक न्यूक्लियाई, नॉन-थर्मल सुपरनोवा. 

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इस सैटेलाइट को धरती की निचली कक्षा यानी Lower Earth Orbit में 500 से 700 किलोमीटर की ऊंचाई पर तैनात किया जाएगा. इस मिशन की शुरूआत इसरो ने साल 2017 में की थी. इस मिशन की लागत 9.50 करोड़ रुपए है. इस सैटेलाइट में दो पेलोड्स हैं. पहला - पोलिक्स (POLIX) और दूसरा एक्सपेक्ट (XSPECT). 

क्या है पोलिक्स? 

पोलिक्स इस सैटेलाइट का मुख्य पेलोड है. इसे रमन रिसर्च इंस्टीट्यूट और यूआर राव सैटेलाइट सेंटर ने मिलकर बनाया है. 126 किलोग्राम का यह यंत्र अंतरिक्ष में स्रोतों के चुंबकीय फील्ड, रेडिएशन, इलेक्ट्रॉन्स आदि की स्टडी करेगा. यह 8-30 keV रेंज की एनर्जी बैंड की स्टडी करेगा. पोलिक्स अंतरिक्ष में मौजूद 50 में से 40 सबसे ज्यादा चमकदार चीजों की स्टडी करेगा. 

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क्या है एक्सपेक्ट? 

XSPECT मतलब एक्स-रे स्पेक्ट्रोस्कोपी एंड टाइमिंग. यह 0.8-15 keV रेंज की एनर्जी बैंड की स्टडी करेगा. यानी यह पोलिक्स की रेंज से कम एनर्जी बैंड की स्टडी करेगा. यह पल्सर, ब्लैक होल बाइनरी, लो-मैग्नेटिक फील्ड न्यूट्रॉन स्टार, मैग्नेटार्स आदि की स्टडी करेगा. 

25 दिसंबर को संभावित लॉन्चिंग

XPoSAT सैटेलाइक का कुल वजन 480 किलोग्राम है. जिसमें 144 किलोग्राम के दो पेलोड्स हैं. संभावित लॉन्चिंग 25 दिसंबर है. इसे श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर के पहले लॉन्च पैड से पीएसएलवी रॉकेट से लॉन्च किया जाएगा. अब तक PSLV रॉकेट की 59 उड़ानें हो चुकी है. उनमें से सिर्फ दो लॉन्च ही फेल हुए हैं. 

इस बार पीएसएलवी रॉकेट की 60वीं उड़ान होगी. यह रॉकेट 320 टन का होता है. इसकी ऊंचाई 44.4 मीटर है. यह 4 स्टेज का 2.8 मीटर व्यास वाला रॉकेट है. इसकी पहली उड़ान 20 सितंबर 1993 को हुई थी. तब से अब तक इसने कई देसी और विदेशी सैटेलाइट्स को सफलतापूर्वक लॉन्च किया है.

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