
आपने बहुत से ट्रैफिक जाम देखे होंगे, लेकिन क्या आपने कभी लॉगजाम (Logjam) देखा है. लॉगजाम यानी, लकड़ी के लट्ठों का जाम. कनाडा के नुनावुत (Nunavut) में मैकेंज़ी रिवर डेल्टा (Mackenzie River Delta) पर लगा हुआ जाम आपको हैरान कर देगा. यहां मृत पेड़ सदियों से जमा हो रहे हैं, जो कार्बन को स्टोर करता है. इतना कार्बन कि यहां दुनिया का सबसे बड़ा 'कार्बन पूल' बन गया है.
इस जाम ने करीब 51 वर्ग किलोमीटर के हिस्से को कवर किया हुआ है और यह पृथ्वी पर सबसे बड़ा लॉगजाम है. इसमें गिरे हुए पेड़ शामिल हैं जो सदियों से आसपास के जंगलों से नदियों के रास्ते होते हुए तैरकर डेल्टा में जमा हुए हैं. अमेरिका और यूके के शोधकर्ताओं के एक नए शोध के मुताबिक, उन लॉग में करीब 34 करोड़ टन कार्बन है.
अमेरिका में कोलोराडो स्टेट यूनिवर्सिटी में शोध का नेतृत्व करने वाली शोध इंजीनियर एलिसिया सेंड्रोव्स्की (Alicia Sendrowski) कहती हैं कि इससे करीब इतना कार्बन उत्सर्जित होता है जो एक साल में करीब 5 लाख कार उत्सर्जित करती हैं. यह कार्बन की एक बड़ी मात्रा है.
लुसाने यूनिवर्सिटी की एक फ़्लुवियल जियोमॉर्फोलॉजिस्ट वर्जीनिया रुइज़-विलानुएवा (Virginia Ruiz-Villanueva) कहती हैं कि पानी और तलछट से कार्बन के प्रवाह पर बहुत काम किया गया है, लेकिन हमने लकड़ी पर ध्यान नहीं दिया. यह रिसर्च का एक बहुत ही नया क्षेत्र है जो काफी तेजी से विकसित हो रहा है और इस लकड़ी पर स्टडी करना न केवल कार्बन चक्र के लिए ज़रूरी है, बल्कि हमारी समझ के लिए भी ज़रूरी है कि ये प्राकृतिक फ़्लूवियल सिस्टम काम कैसे काम करते हैं, नदियां किस तरह लकड़ी को लाती हैं और कैसे उसे डिस्ट्रिब्यूट करती हैं.
जियोफिजिकल रिसर्च लेटर्स में प्रकाशित शोध के मुताबिक, लॉग लंबे समय तक आर्कटिक में रहते हैं, जहां कम तापमान और कम ह्यूमिडिटी की वजह से पेड़ गिरने के बाद भी सदियों या सहस्राब्दियों तक संरक्षित रह सकते हैं.
मैकेंज़ी नदी में हर उम्र के लॉग मिलेंगे. नए शोध के लिए, शोधकर्ताओं ने करीब 13,000 वर्ग किलोमीटर डेल्टा की स्टडी की. वे तीन सप्ताह तक फील्ड पर रहे, जहां शोधकर्ताओं ने ड्रिफ्टवुड को मापा, लॉगजैम को मैप किया और एक-एक लॉग के नमूने लिए, ताकि रेडियोकार्बन डेटिंग से उसकी उम्र का पता लग सके. उन्होंने लॉगजैम के कुल सतह क्षेत्र का अनुमान लगाने के लिए सैटेलाइट इमेज का भी इस्तेमाल किया. इससे उन्हें लॉगजम में लकड़ी की मात्रा का पता करने में मदद मिली.
शोधकर्ताओं का कहना है कि लॉगजाम में जहां सबसे ज़्यादा जाम लगा हुआ है, वह जगह करीब 20 अमेरिकी फुटबॉल मैदानों के बराबर है, और यह अकेले 7,385 टन कार्बन स्टोर करती है. शोध के मुताबिक, कुल लॉगजम 3.4 मिलियन टन कार्बन स्टोर करता है. वे बताते हैं कि ये लॉग वे हैं जो ऊपर से दिखाई दे रहे हैं. जबकि कुछ लकड़ियां तो डेल्टा की मिट्टी में और पानी के नीचे छिपी हुई हैं. इसलिए शोधकर्ताओं का मानना है कि अगर पूरे लॉगजाम का हिसाब लगाया जाए तो इसमें दोगुना ज़्यादा कार्बन हो सकता है.
आपको बता दें कि मैकेंज़ी रिवर डेल्टा की कार्बन वाली मिट्टी पहले से ही इसे कार्बन स्टोरेज का हॉटस्पॉट बनाती है. पिछले शोध के मुताबिक, डेल्टा कुल मिलाकर करीब 34 बिलियन मीट्रिक टन कार्बन जमा कर सकता है. प्राकृतिक परिस्थितियों में, आर्कटिक लॉग्स को संरक्षित कर सकता है और कुछ समय के लिए कार्बन को होल्ड कर सकता है. शोधकर्ताओं ने बताया कि यहां करीब 40 प्रतिशत लॉग 1955 या उसके बाद बढ़ने लगे, लेकिन कई पुराने थे, कुछ तो 690 ईस्वी से भी पहले के थे.
मैकेंज़ी रिवर डेल्टा अकेला नहीं है. आर्कटिक में 500 वर्ग किलोमीटर से ज़्यादा के कम से कम एक दर्जन रिवर डेल्टा हैं, जो लॉगजैम का एक नेटवर्क बनाते हुए कार्बन स्टोर कर रहो हो सकते हैं.