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मिसाइल जैसी राइफल, रेंज 7 KM, टैंक में कर देती है छेद... इस युद्ध में बरपा रही कहर

Most Powerful Rifle: ये राइफल नहीं. दानव है. दुनिया की सबसे ताकतवर राइफल. इसकी गोली एक सेंटीमीटर मोटे धातु को भी छेद देती है. रेंज सात किलोमीटर तक की है. यूक्रेन इसे रूस के टैंक, विमान, बख्तरबंद गाड़ियों पर चलाकर उन्हें बर्बाद कर दे रहा है. आइए जानते हैं कि आखिर इस विशालकाय राइफल की क्या ताकत है.

ये है Snipex Alligator एंटी मैटेरियल राइफल जो यूक्रेन के सैनिक रूस के खिलाफ इस्तेमाल कर रहे हैं. ये है Snipex Alligator एंटी मैटेरियल राइफल जो यूक्रेन के सैनिक रूस के खिलाफ इस्तेमाल कर रहे हैं.
ऋचीक मिश्रा
  • कीव,
  • 02 अक्टूबर 2022,
  • अपडेटेड 3:43 PM IST

यूक्रेन (Ukraine) दुनिया की सबसे ताकतवर राइफलों में से एक राइफल स्निपेक्स एलिगेटर (Snipex Aligator) से रूस (Russia) की बख्तरबंद गाड़ियों, टैंक्स, तोप, विमान आदि को मारकर गिरा दे रहा है. यूक्रेनी निशानेबाज यानी स्नाइपर इन बंदूकों के ऊपर साइलेंसर भी लगाते हैं ताकि फायरिंग की आवाज़ कम हो. एक बार गोली निशाने की तरफ बढ़ी तो मौत पक्की है. 

Snipex Alligator दुनिया की सबसे ताकतवर एंटी-मैटेरियल राइफलों में गिनी जाती है. (फोटोः विकिपीडिया)

स्निपेक्स एलिगेटर एक एंटी-मैटेरियल राइफल (Anti-Material Rifle) है. यानी किसी भी धातु वाले टारगेट पर सीधा हमला किया जा सकता है. यह नई और अत्याधुनिक है. साल 2020 से उसका उत्पादन शुरू हुआ है. इसे यूक्रेन, जर्मनी और नीदरलैंड्स में XADO होल्डिंग लिमिटेड बनाती है. 

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स्निपेक्स एलिगेटर का वजन 25 किलोग्राम है. इसकी कुल लंबाई 2000 मिलिमीटर यानी 6.56 फीट है. इसमें से इसकी नली यानी बैरल की लंबाई 1200 मिलिमीटर यानी 3.93 फीट है. बैरल लंबी यानी रेंज ज्यादा. इसकी सटीक मारक रेंज 2 किलोमीटर है. लेकिन अधिकतम सात किलोमीटर तक निशाना बना सकती है. 

इसकी लंबाई एक साधारण इंसान की लंबाई से ज्यादा होती है. आप खुद ही देख लीजिए इस तस्वीर में. 

स्निपेक्स एलिगेटर से निकलने वाली गोली हर सेकेंड में एक किलोमीटर की दूरी तय करती है. यानी इधर गोली चली और दो सेकेंड में दो किलोमीटर दूर बैठा टारगेट ध्वस्त. मैगजीन डिटैचेबल होती है. यानी निकालकर फिर लगाई जा सकती है. एक मैगजीन में पांच राउंड होते हैं. यानी पांच गोलियां भरी जाती हैं. 

स्निपेक्स एलिगेटर राइफल की गोलियों का व्यास 14.5 मिलिमीटर यानी आधा इंच होती है. गोली की लंबाई 4.48 इंच होती है. यानी अगर यह गोली किसी जानवर या इंसान को लगे तो उसकी मौत तुरंत पक्की है. यह चीथड़े उड़ा देती है. इससे बचना मुश्किल है. 

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स्निपेक्स एलिगेटर राइफल की गोली आपकी हथेली से बड़ी होती है. यह 1 इंच मोटे धातु के कवच को छेद सकती है.

स्निपेक्स एलिगेटर को गोलियां जब टारगेट से टकराती हैं तब वह 12 टन ऊर्जा जेनरेट करती हैं. यानी इतनी ज्यादा ताकत की बख्तरबंद गाड़ियां जैसे टैंक के कवच में छेद हो जाता है. यूक्रेन ने इस राइफल से रूस के कई हेलिकॉप्टरों, टैंक्स और सैनिकों को मारा है. 

अब मान लीजिए कि स्निपेक्स एलिगेटर से फायरिंग हुई. रूसी टैंक और यूक्रेनियन गोली के बीच कोई रूसी फौजी आ गया तो उसके तो चीथड़े उड़ने तय हैं. इसके बाद टैंक में जो छेद होगा वो अलग. अगर टारगेट नजदीक है तो यह एक इंच से ज्यादा मोटे कवच को भी छेद सकती है. 

इसे यूक्रेन के जवान किसी इमारत या बंकरनुमा जगह पर छिपाकर रखते हैं. वहीं से रूसी टैंकों-हेलिकॉप्टरों को गिराते हैं.

स्निपेक्स एलिगेटर को सिर्फ यूक्रेनी पुरुष सैनिक ही नहीं चला रहे हैं. इनका उपयोग कुछ महिला सैनिक भी कर रही हैं. वे उड़ते हुए हेलिकॉप्टर्स और खड़े विमानों को टारगेट बनाती हैं. यूक्रेन के अजोव ब्रिगेड ने निशानेबाजों ने इस बंदूक से मारियूपोल को रूसी हमलों से बचाया था. इससे रूसी सेना की हालत खराब हो गई थी. 

साल 2017 में इराक में एक स्पेशल ऑपरेशन के दौरान कनाडाई स्नाइपर ने सबसे लंबे रेंज की फायरिंग का रिकॉर्ड बनाया था. उसने 3540 मीटर दूर बैठे दुश्मन को स्नाइपर गन से मार गिराया था. लेकिन स्निपेक्स एलिगेटर (Snipex Alligator) तो 7000 मीटर यानी 7 किलोमीटर तक निशाना लगा सकता है. 

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