
आप जब सेल्फी लेते हैं या फोटो. तो कम से कम 8-10 बार इधर-उधर घुमाकर. फोकस सेट करके. एंगल बदल कर. तब जाकर एक तस्वीर आपके मन मुताबिक आती है. फिर भी कुछ न कुछ रह जाता है. फिर आप उसे फिल्टर लगाकर अपने मन मुताबिक बनाते हैं. चंद्रमा की जो तस्वीर आप इस समय देख रहे हैं... इसे बनाने में दो साल का समय लग गया. 2 लाख से ज्यादा स्नैप्स लिए गए. तब जाकर इतनी बारीक और स्पष्ट फोटो सामने आई है.
स्पेस फोटोग्राफी करने वाले एंड्र्यू मैक्कार्थी (Andrew McCarthy) और प्लैनेटरी साइंटिस्ट कोनर मैथर्न (Connor Matherne) ने चांद की यह तस्वीर ली है. जिसे चंद्रमा की सबसे स्पष्ट फोटो का दर्जा दिया जा रहा है. इन्होंने इसे नाम दिया है 'द हंट फॉर अर्टेमिस' (The Hunt For Artemis). इस तस्वीर का रेजोल्यूशन 174 मेगापिक्सेल है. इतना ही नहीं एंड्र्यू और कोनर इसे 'द मोस्ट रिडिकुलसली डिटेल्ड पिक्चर' (the most ridiculously detailed picture) भी बुला रहे हैं. अब ये फोटो ट्विटर पर ट्रेंड हो रही है.
दो साल में 2 लाख से ज्यादा फोटोग्राफ्स
इस एक तस्वीर को निकालने के लिए दोनों ने दो साल तक चंद्रमा की करीब 2 लाख तस्वीरें लीं. यानी हर दिन करीब 274 फोटोग्राफ्स. इसके लिए दोनों ने सिर्फ एक कैमरा, ट्राईपॉड और स्टार ट्रैकर का सहारा लिया. इसके बाद सारी तस्वीरों को एकसाथ मिलाया गया. ताकि बेहतर फोटो मिल सके. एंड्र्यू ने 2 लाख फोटो एरिजोना से लिए और कोनर ने 500 फोटोग्राफ्स लुइसियाना से. एंड्र्यू ने फोटो के डिटेल्स पर काम किया, जबकि कोनर ने उसके कलर डेटा पर.
चांद का हर रंग कुछ कहता है, जानिए क्या
जो फोटो सामने आई वो 174 मेगापिक्सेल की है. इसमें चंद्रमा पर लाल और गनमेटल ब्लू रंग का असर दिख रहा है. इसका दाहिना हिस्सा चमकता हुआ दिख रहा है. यही हिस्सा धरती की तरफ है, जो चमक रहा है. लाल रंग के जो इलाके दिख रहे हैं, वहां पर ज्यादा मात्रा में लोहा (Iron) और फेल्डस्पार (Feldspar) हैं. ये हमारी धरती से अंतरिक्ष में जाने वाले ऑक्सीजन अणुओं की वजह से ऑक्सीडाइज्ड हो गया है. यानी लोहे में जंग लगने जैसी स्थिति.
ये काम एक्सपर्ट्स ने किया है, एमेच्योर ने नहीं
वहीं, नीले रंग का जो हिस्सा है वहां पर भारी मात्रा में टाइटेनियम (Titanium) मौजूद है. अगर आपको लग रहा है कि ये चांद का असली रंग नहीं है. तो भूल जाइए. चांद का असली रंग ही यही है. लेकिन हमारी आंखें उसके रंगों को देखने के लिए सक्षम नहीं है. इसीलिए तो एंड्र्यू ने तस्वीर की डिटेल्स पर काम किया, जबकि प्लैनेटरी साइंटिस्ट कोनर ने इसके रंगों पर. कोनर गहरे अंतरिक्ष में होने वाली स्पेस फोटोग्राफी के एक्सपर्ट हैं. उन्हें अंतरिक्ष के रंगों का ज्ञान है.
Artemis मिशन से प्रेरित, उसके लिए प्यार
ऐसे देखने पर लगता है कि ये तस्वीर जेम्स वेब स्पेस टेलिस्कोप (James Webb Space Telescope) ने ली है, लेकिन ऐसा है नहीं. दोनों ने कहा कि हमने इसे साधारण फोटोग्राफी करने वाले कैमरे से लिया है. यह नासा के अर्टेमिस मिशन से प्रेरित तस्वीर है. यह अर्टेमिस मिशन के लिए एक प्यार भरा संदेश है.