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पृथ्वी अकेली नहीं, उसके अंदर छिपा है दूसरा ग्रह... नासा-काल्टेक वैज्ञानिकों का खुलासा, देखिए Video

धरती के अंदर दूसरे ग्रह का हिस्सा छिपा हुआ है. दूसरे ग्रह का यह हिस्सा अफ्रीका और प्रशांत महासागर के नीचे हैं. यह घटना पृथ्वी के दूसरे ग्रह से हुई टक्कर की वजह हुई. इसकी वजह से ही चंद्रमा का निर्माण हुआ. यह खुलासा NASA-JPL और Caltech के वैज्ञानिकों ने किया है.

पृथ्वी के अंदर लाल रंग का दिख रहा हिस्सा ही थीया ग्रह का अंश है. (वीडियोग्रैबः काल्टेक) पृथ्वी के अंदर लाल रंग का दिख रहा हिस्सा ही थीया ग्रह का अंश है. (वीडियोग्रैबः काल्टेक)
आजतक साइंस डेस्क
  • नई दिल्ली,
  • 09 मई 2024,
  • अपडेटेड 5:52 PM IST

ये तब की बात है, जब पृथ्वी बन रही थी. करीब 450 करोड़ साल पहले. उस समय थीया नाम का एक छोटा ग्रह धरती से टकराया था. इस घटना को थीया इम्पैक्ट (Theia Impact) कहते हैं. इसकी टक्कर की वजह से ही चंद्रमा का निर्माण हुआ. लेकिन इस छोटे ग्रह का कुछ हिस्सा हमारी धरती के अंदर समा गया. 

ये हिस्से आज भी अफ्रीका और प्रशांत महासागर के नीचे मौजूद हैं. थीया शब्द ग्रीक टाइटन के नाम पर है. जिसने धरती से मिलने के बाद सेलीन नाम की बेटी को जन्म दिया, जो असल में चंद्रमा की देवी है. खैर... चंद्रमा के बनने के बाद धरती के साथ उसके लयबद्ध तरीके से घूमने और अलाइनमेंट में इस घटना का बड़ा हाथ है. यहां नीचे देखिए Video...

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टक्कर की वजह से काफी कचरा भी जमा हुआ था. धरती के चारों तरफ कचरे का छल्ला बन गया था. जैसे शनि ग्रह के चारों तरफ बना रहता है. लेकिन धीरे-धीरे समय बीतता चला गया. सारा कचरा खत्म हो गया. बचा सिर्फ अपना चांद. कुछ कचरे चांद से टकरा कर उसका निर्माण करते रहे. कुछ अंतरिक्ष में खो गए. 

वैज्ञानिक दूसरे ग्रह के हिस्सों को कहते हैं पाताल लोक

साइंटिस्ट ने इससे पहले ही यह बात पुख्ता कर दी थी कि धरती के नीचे दो पाताल लोक हैं. एक अफ्रीका तो दूसरा प्रशांत महासागर के नीचे. मॉडर्न साइंस के दौर में 1970 के दशक में भूकंप विज्ञानियों ने पता कर लिया था कि धरती के मैंटल के नीचे पाताल लोक है. दो ऐसी जगहें जो किसी महाद्वीप के आकार जितने हैं. 

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ये रहस्यमयी है. वैज्ञानिक इसे ब्लॉब कह रहे हैं. ये ब्लॉब अपने आसपास मौजूद किसी भी वस्तु की तुलना में ज्यादा घने हैं. यानी ठोस है. ये उस समय की बात है, जब प्राचीन धरती की टक्कर मंगल ग्रह के आकार के ग्रह थीया (Theia) से हुई थी. वैज्ञानिकों ॉका दावा है कि हमारे चंद्रमा के अंदर थीया के गुण, रसायन, पत्थर, मिट्टी आदि होगी. लेकिन सवाल ये उठ रहा था कि पृथ्वी के अंदर मौजूद दो पाताल लोकों की संरचना हुई कैसे? 

धरती की दूसरी लेयर से हजारों km नीचे

ये दो ब्लॉब मैंटल के नीचे 2900 किलोमीटर की गहराई में मौजूद हैं. ये दोनों ब्लॉब धरती के निर्माण के समय ही बने थे.धरती 450 करोड़ वर्षों से लगातार विकसित हो रही है. इवॉल्व हो रही है. इस ब्लॉब ने हमारी धरती के कोर को चारों तरफ से घेर रखा है. जिसे वैज्ञानिक लार्ज लो-शीयर-वेलोसिटी प्रोविंस (LLVPs) कहते हैं. 

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भूकंपों की स्टडी करते समय पता चला था इसका

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इसके बारे में तब पता चला था जब भूकंप की लहरों का अध्ययन किया जा रहा था. भूकंप की लहरें धरती के अलग-अलग वस्तुओं से अलग रिएक्ट करती हैं. अलग गति से चलती हैं. अलग तरीके से चलती हैं. इन्हीं लहरों की वजह से इन दोनों LLVPs का पता चला. ये प्राचीन टेक्टोनिक स्लैब हो सकते हैं, जो अत्यधिक ऊर्जा से भरे पड़े हैं. 

लावा के महासागर के ऊपर तैर रहे हैं ये ब्लॉब

ये मैंटल के बेस के पास मौजूद लावा के महासागर के ऊपर तैर रहे हैं. थीया का बड़ा हिस्सा टूटकर पृथ्वी का चंद्रमा बन गया. लेकिन उसका कुछ अंश धरती के अंदर भी रह गया. जो अब ब्लॉब की तरह दिख रहा है. धरती के वजन का सिर्फ 2-3 फीसदी हिस्सा ही थीया के पदार्थों से बना है. दोनों ब्लॉब का घनत्व उसके आसपास मौजूद पदार्थों से 2 से 3.5 गुना ज्यादा घना है. उसमें लोहे की मात्रा भी बहुत ज्यादा है.  

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