Advertisement

Selfie With Earth: निजी कंपनी के 'चंद्रयान' ओडिसियस ने अंतरिक्ष से भेजी पहली तस्वीर, धरती के साथ सेल्फी

चांद पर भेजे गए दुनिया के पहले प्राइवेट मून लैंडर Odysseus ने अंतरिक्ष से पहली फोटो भेजी. उसने धरती के साथ Selfie ली है. तस्वीर में यान धरती को आधा कवर करता हुआ दिख रहा है. और भी कई खूबसूरत फोटो आईं हैं. इस यान को इंट्यूशिव मशींस नाम की कंपनी ने बनाया है. आप भी देखिए...

इस तस्वीर में आपको धरती के साथ-साथ ओडिसियस मून लैंडर भी दिख रहा है. (सभी फोटोः इंट्यूशिव मशींस) इस तस्वीर में आपको धरती के साथ-साथ ओडिसियस मून लैंडर भी दिख रहा है. (सभी फोटोः इंट्यूशिव मशींस)
आजतक साइंस डेस्क
  • पासडेना,
  • 19 फरवरी 2024,
  • अपडेटेड 12:06 PM IST

करीब 52 साल के बाद अमेरिका ने एक निजी कंपनी का मून लैंडर चंद्रमा की ओर भेजा. यह यान अभी धरती और चंद्रमा के बीच रास्ते में है. उसने वहां से पहली तस्वीर भेजी. जिसमें हमारी खूबसूरत नीली धरती दिख रही है. साथ ही यान का कुछ हिस्सा और लैंडिंग करने वाले लेग्स दिख रहे हैं. 

इस लैंडर का नाम है ओडिसियस. इसे इंट्यूशिव मशींस ने बनाया है. 15 फरवरी को लॉन्चिंग के थोड़ी देर बाद जब फॉल्कन-9 रॉकेट ने यान को अंतरिक्ष में छोड़ा. इसके बाद इसने धरती के साथ सेल्फी ली. इस यान को नासा ने स्पेसएक्स के रॉकेट से लॉन्च करवाया था. ये मिशन नासा के कॉमर्शियल लूनर पेलोड सर्विस प्रोग्राम (CLPS) के तहत किया गया है. 

Advertisement

यह भी पढ़ें: Vayushakti में टारगेट मिस कर गई R-73 मिसाइल, अब इस्तेमाल पर उठ रहे सवाल... देखिए Video

ओडिसियस में नासा के छह एक्सपेरिमेंट जा रहे हैं. एक टेक्नोलॉजी डिमॉन्सट्रेटर है. इसके अलावा छह निजी कंपनी के पेलोड्स हैं. मिशन का नाम है IM-1 Mission. पहले या लॉन्चिंग 14 फरवरी 2024 को ही होनी थी लेकिन तकनीकी वजहों से उसे टाल दिया गया था. बाद में लॉन्चिंग फ्लोरिडा के केनेडी स्पेस सेंटर से की गई. 

22 फरवरी को होगी चांद पर लैंडिंग

सब कुछ सही रहा तो चांद पर इसकी लैंडिंग 22 फरवरी 2024 को होगी. नासा ने इस काम के लिए IM के साथ 118 मिलियन डॉलर यानी 979.52 करोड़ से ज्यादा का कॉन्ट्रैक्ट किया था. इसके बाद IM ने ओडिसियस मून लैंडर बनाया. 

यह भी पढ़ें: ISRO's Satellite Death: देश के निष्क्रिय ताकतवर सैटेलाइट को ISRO ने हिंद महासागर में 'दफनाया'

Advertisement

कुल मिलाकर यह 16 दिन का मिशन है. यानी नोवा-सी ओडिसियस लैंडर चांद की सतह पर उतरने के बाद 7 दिन तक काम करेगा. इससे पहले नासा ने अपना आखिरी मून लैंडिंग मिशन 1972 में अपोलो 17 (Apollo 17) किया था. 

चांद पर यहां करवाई जाएगी लैंडिंग

लैंडिंग चांद के दक्षिणी ध्रुव पर स्थिति मालापर्ट क्रेटर (Malapert Crater) के पास मालापर्ट ए क्रेटर के पास हो. मालापर्ट क्रेटर 69 किलोमीटर चौड़ा है. लैंडिंग के बाद यह मिशन दो हफ्ते बाद खत्म हो जाएगा. क्योंकि वहां पर अंधेरा छा जाएगा. 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement