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स्कैंडिनेवियन देशों के आसमान में दिखाई पड़ी खूनी लाल रंग की लंबी नदी सी आकृति... क्या है ये?

यूरोप की तरफ मौजूद स्कैंडिनेवियन देशों के आसमान में एक अजीब खूनी लाल रोशनी दिखाई दी. सबसे ज्यादा गहरा रंग डेनमार्क के आसमान में था. ये पिछले छह सालों के बाद और ताकतवर सौर तूफान की वजह से बनी लेकिन यह रोशनी नॉर्दन लाइट्स नहीं थी. इसकी पहचान करने के लिए वैज्ञानिक लगे है.

इस तस्वीर में आपको दिख जाएगा कि कैसे आसमान में एक लाल रंग का बैंड बना है. (फोटोः इंस्टाग्राम/रुसलान मरजिलाकोव) इस तस्वीर में आपको दिख जाएगा कि कैसे आसमान में एक लाल रंग का बैंड बना है. (फोटोः इंस्टाग्राम/रुसलान मरजिलाकोव)
aajtak.in
  • कोपेनहेगन,
  • 05 अप्रैल 2023,
  • अपडेटेड 1:05 PM IST

स्कैंडिनेवियाई देशों के आसमान में पिछले हफ्ते एक बेहद अजीबो-गरीब घटना घटी. तारों से भरे नीले आसमान में लाल खूनी रंग की रोशनी फैली हुई थी. यह बहुत दूरी तक देखी गई. इसका सबसे ज्यादा असर डेनमार्क में देखने को मिला. यह एक रेड बैंड की तरह फैली थी. लेकिन ये सौर तूफान की वजह से बनने वाला अरोरा यानी नॉर्दन लाइट्स नहीं था. 

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यह एक बेहद दुर्लभ घटना है, जिसकी वजह वैज्ञानिक पता कर रहे हैं. ये रोशनी बनी तो सौर तूफान की वजह से ही थी. लेकिन इसे उत्तरी ध्रुव पर दिखने वाली नॉर्दन लाइट्स नहीं माना जा रहा है. यह लाल रंग की बैंड किसी नदी की तरह बहती हुई दिख रही थी. एस्ट्रोफोटोग्राफर रुसलान मेरिजिलाकोव ने इसकी तस्वीरें लीं.

रुसलान ने यह तस्वीर बाल्टिक सागर के बीच मौजूद डेनमार्क के द्वीप मॉन के लाइमस्टोल क्लिफ के बीच से ली. फोटो 23 मार्च की है. वैज्ञानिक भाषा में इस विचित्र घटना को SAR कहते हैं. यानी स्टेबल अरोरल रेड आर्क. इस नाम पर मत जाइएगा. क्योंकि कोई भी अरोरा स्टेबल नहीं होता. इस लाल रोशनी ने वायुमंडल के ऊपरी हिस्से में ऑक्सीजन के कण छोड़े. जो कि बेहद दुर्लभ घटना है. ऑक्सीजन कण छोड़ने के साथ ही यह लाल रंग की आसमानी नदी गर्म हो गई. 

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इस लाल रंग की आसमानी नदी के गर्म होने की वजह से धरती के ऊपर बहने वाली इलेक्ट्रिक करंट का विशालकाय लूप. जो इससे लगातार टकरा रहा था. ये लाल आसमानी नदी अचानक से आए सौर तूफान की वजह से बनी थी. क्योंकि सूरज में अचानक से कोरोनल मास इजेक्शन हुआ था. यह सूरज में बने एक बहुत बड़े धब्बे की वजह से हुआ था. जो 20 पृथ्वियों की चौड़ाई के बराबर था.

सौर तूफान में आने वाली लहर चार्ज्ड होती है. जब वह धरती के वायुमंडल से टकराती है, तब घूमने, नाचने वाली कई रंगों की रोशनी आसमान में बनते दिखती है. लेकिन ये लाल रंग की आसमानी नदी यानी SAR पृथ्वी के रिंग करंट सिस्टम की वजह से बनी थी. जो धरती के मैग्नेटोस्फेयर को घेर कर रखती है. इसकी वजह से ऊपरी वायुमंडल गर्म होने लगता है. वह नॉर्दन लाइट्स की तरह चमकने लगता है. 

SAR अक्सर आसमान में बनते हैं लेकिन इंसानों को दिखते नहीं है. या तो ये बेहद धुंधले होते हैं या फिर हमारी आंखें उसकी वेवलेंथ को पहचान नहीं पातीं. वैज्ञानिक डेनमार्क के ऊपर बनी लाल आसमानी नदी को STEVE कह रहे हैं. यह एक बड़े रिबन की तरफ फैली रोशनी थी. जो कई घंटों के लिए आसमान में दिखाई दी. ये रोशनी पूरे यूरोप और अमेरिका से भी दिखाई दे रही थी. 

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