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Russia ने अंगारा रॉकेट से छोड़ी रहस्यमयी मिलिट्री सैटेलाइट, Ukraine पर रखेगा अंतरिक्ष से नजर

यूक्रेन के साथ जंग के बीच रूस ने एक हफ्ते से कम समय में तीन सैटेलाइट लॉन्च किए है. सबसे ताजा लॉन्चिंग एक मिलिट्री सैटेलाइट की है, जिसके बारे में दुनिया को पता नहीं है. लोग इसे रहस्यमयी मिलिट्री सैटेलाइट है. इस सैटेलाइट को अंगारा रॉकेट के जरिए लॉन्च किया गया है. यह सैटेलाइट रूसी सेना को मदद करेगी.

मिलिट्री सैटेलाइट को लेकर अंतरिक्ष की तरफ जाता अंगारा रॉकेट. (फोटोः रूसी रक्षा मंत्रालय) मिलिट्री सैटेलाइट को लेकर अंतरिक्ष की तरफ जाता अंगारा रॉकेट. (फोटोः रूसी रक्षा मंत्रालय)
aajtak.in
  • मॉस्को,
  • 17 अक्टूबर 2022,
  • अपडेटेड 5:06 PM IST

रूस (Russia) और यूक्रेन (Ukraine) में चल रही जंग के बीच रूसी स्पेस एजेंसी रॉसकॉसमॉस ने एक मिलिट्री सैटेलाइट लॉन्च किया है. इसका नाम है EMKA-3 स्काईवार्ड (EMKA-3 Skyward). लेकिन एजेंसी ने कॉसमॉस 2560 नाम दिया है. इस रहस्यमयी मिलिट्री सैटेलाइट को 15 अक्टूबर को रात में उत्तर-पश्चिम रूस के प्लेसेत्सक कॉस्मोड्रोम से लॉन्च किया गया. इसके लिए अंगारा रॉकेट (Angara Rocket) की मदद ली गई. 

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रूसी स्पेस एजेंसी रॉसकॉसमॉस (Roscosmos) ने टेलिग्राम पर बताया कि तय समय पर अंगारा रॉकेट को लॉन्च किया गया. यह तय समय पर ही ऑर्बिट में अपने टारगेट तक पहुंच गया. इस सैटेलाइट के जरिए रूसी मिलिट्री की ग्राउंड फैसिलिटी को नियंत्रित किया जाएगा. इस स्पेसक्राफ्ट को कॉसमॉस-2560 (Kosmos-2560) सीरियल नंबर दिया गया है. इस सैटेलाइट से संपर्क बन चुका है. अब इसके ऑनबोर्ड सिस्टम सामान्य तरीके से काम कर रहे हैं. 

EMKA-3 स्काईवार्ड का वजन करीब 150 किलोग्राम है. इसे सन-सिंक्रोनस ऑर्बिट यानी धरती से करीब 300 किलोमीटर ऊपर की कक्षा में तैनात किया गया है. लेकिन इस बात का खुलासा नहीं हो रहा है कि यह सैटेलाइट वहां पर किस तरह का काम कर रहा है. इस सैलेटाइट्स पर लगे पेलोड्स की जानकारी भी रूस ने साझा नहीं की है. क्योंकि यह मिलिट्री सैटेलाइट है इसलिए इसकी सारी जानकारियां गुप्त रखी हैं. माना जाता है कि EMKA सीरीज के सैटेलाइट्स ऑप्टिकल रीकॉन्सेंस स्पेसक्राफ्ट हैं, यानी इनमें ताकतवर कैमरे लगे हैं, जो लाइव तस्वीरें ले सकते हैं. 

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इस सैटेलाइट लॉन्च से पहले EMKA सीरीज के तीन और सैटेलाइट्स लॉन्च किए गए थे. पहला अप्रैल 2018 में किया गया था. जो तीन साल तक काम करता रहा है. इसका नाम था कॉसमॉस 2525. उसके बाद वह पिछले साल पतझड़ के मौसम में धरती पर आकर गिर गया था. इसके बाद दो और EMKA सैटेलाइट लॉन्च किए गए. सितंबर 2021 में और अप्रैल 2022 में. इनका नाम था कॉसमॉस 2551 और कॉसमॉस 2555. ये ज्यादा दिनों तक अंतरिक्ष में नहीं रह पाए. एक महीने या उससे कुछ ज्यादा समय तक ही ऊपर रहे, फिर पृथ्वी में आकर गिर गए. 

यह बात भी स्पष्ट नहीं हो पा रही है कि EMKA-3 सैटेलाइट क्या पहले भेजे गए और विफल EMKA सीरीज के सैटेलाइट्स का रिप्लेसमेंट है. जिस रॉकेट से रूस ने इस सैटेलाइट को लॉन्च किया है, उसे अप्रैल में ही रूसी एजेंसी ने शामिल किया था. अंगारा रॉकेट ने अब तक छह लॉन्च किए हैं. रूस ने इस रॉकेट को इसलिए विकसित किया है ताकि वो पुराने प्रोटोन रॉकेट्स का इस्तेमाल बंद कर सकें. 

रूस ने EMKA-3 सैटेलाइट लॉन्चिंग से पहले दो और लॉन्चिंग की थी. 9 अक्टूबर 2022 को सोयुज रॉकेट के जरिए GLONASS नैविगेशन सैटेलाइट छोड़े गए थे. इसके अलावा 12 अक्टूबर 2022 को अंगोला की सरकार के लिए संचार उपग्रह लॉन्च किए गए थे. ये लॉन्चिंग बैकोनूर कॉस्मोड्रोम से किया गया था. EMKA-3 को पहले शुक्रवार को लॉन्च होना था लेकिन कई अन्य अंतरराष्ट्रीय मिशनों की वजह से रूस ने इसे एक दिन बाद पूरा किया. 

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