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अंतरिक्ष में 1000 दिन पूरा करने वाले पहले व्यक्ति बने रूसी कॉस्मोनॉट ओलेग कोनोनेंको

रूस के अंतरिक्षयात्री ओलेग कोनोनेंको ने स्पेस में कुल मिलाकर 1000 दिन पूरा करने वाले पहले व्यक्ति बन गए हैं. फिलहाल वो इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर हैं. सितंबर में लौटेंगे. उस हिसाब से इनका रिकॉर्ड और भी ज्यादा बनने वाला है. ये मील का पत्थर उन्होंने एक नहीं बल्कि पांच मिशन में पूरा किया है.

ये हैं रूस के अंतरिक्षयात्री ओलेग कोनोनेंको जिन्होंने स्पेस स्टेशन पर 1000 दिन पूरे किए हैं. (फोटोः रॉयटर्स/एपी) ये हैं रूस के अंतरिक्षयात्री ओलेग कोनोनेंको जिन्होंने स्पेस स्टेशन पर 1000 दिन पूरे किए हैं. (फोटोः रॉयटर्स/एपी)
आजतक साइंस डेस्क
  • नई दिल्ली,
  • 05 जून 2024,
  • अपडेटेड 11:51 AM IST

रूसी एस्ट्रोनॉट यानी अंतरिक्षयात्री ओलेग कोनोनेंको स्पेस में 1000 दिन पूरा करने वाले दुनिया के पहले व्यक्ति बन गए हैं. रूस में एस्ट्रोनॉट को कॉस्मोनॉट कहते हैं. ओलेग ने कुल मिलाकर स्पेस में 1000 दिन पूरा करने का रिकॉर्ड बना लिया है. इससे पहले यह रिकॉर्ड रूसी कॉस्मोनॉट गेनाडी पडाल्का का था. वो 878 दिन स्पेस में थे. 

ओलेग ने स्पेस में 1000 दिन अपनी पांचवीं अंतरिक्षयात्रा में पूरी की है. वो इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के तीसरी बार कमांडर भी रहे हैं. धरती के चारों तरफ चक्कर लगाते ऑर्बिटल लेबोरेटरी यानी इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर उनकी आखिरी अंतरिक्षयात्रा 15 सितंबर 2023 को हुई थी. तब उन्हें सोयुज एमस-24 स्पेसक्राफ्ट से स्पेस स्टेशन भेजा गया था. 

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उनके साथ रूसी कॉस्मोनॉट निकोलाई शुब और नासा एस्ट्रोनॉट लोरल ओहारा गई थीं. अब ओलेग और नासा एस्ट्रोनॉट ट्रेसी डाइसन सितंबर 2024 को वापस धरती पर लौटेंगे. नासा के ट्रांसलेशनल रिसर्च इंस्टीट्यूट फॉर स्पेस हेल्थ (TRISH) के पूर्व चीफ इमैन्युएल उरूकिता ने बताया कि ओलेग के विशेष व्यक्ति हैं. जो उन्होंने किया है, वो मील का पत्थर है. ऐसा करना सबके बस की बात नहीं है. अभी तो उन्हें और कुछ महीने स्पेस में बिताने हैं.

इन पांच चीजों की स्टडी होगी ओलेग के लौटने के बाद 

उरूकिता अंतरिक्ष में अलग-अलग समय बिताने वाले एस्ट्रोनॉट्स के शरीर का अध्ययन कर रहे हैं. ताकि इन पांच बातों का पता कर सकें... पहला ये कि धरती से लंबी दूरी पर रहने में संचार का कितना असर पड़ता है. रेडिएशन का क्या प्रभाव होता है. अकेले और बंद जगह पर रहने में शरीर और मन पर क्या असर होता है. ग्रैविटी का असर और बंद पर्यावरण में रहने का शरीर पर प्रभाव. 

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ओलेग का शरीर और मन करेगा कई नए खुलासे

उरूकिता ने बताया कि ओलेग के लौटने के बाद हमें जांच करने पर कई नई बातें पता चलेंगे. क्योंकि वो सबसे ज्यादा दिन अंतरिक्ष में बिता चुके हैं. ये बात अलग है कि लोग पूछेंगे... कि उन्होंने यह अचीवमेंट एक मिशन में नहीं किया. लेकिन वो अलग-अलग मिशन के दौरान 1000 दिन बिता चुके हैं अंतरिक्ष में. इसका असर उनके शरीर और मन पर भी पड़ा होगा. जिसकी जांच हम उनके आने के बाद करेंगे. 

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