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सूरज के अंदर घूमता है विशालकाय सांप... भरोसा न हो तो ये वीडियो देख लीजिए

सूरज के अंदर सांप घूमता है. बस आप यह वीडियो देखकर भरोसा कर लेंगे. यह वीडियो यूरोपियन स्पेस एजेंसी के सोलर ऑर्बिटर ने बनाया है. जिसमें सूरज की सतह पर एक सांप दौड़ते हुए दिख रहा है. जब इस वीडियो को वैज्ञानिकों ने देखा तो वे हैरान रह गए. जानते हैं कि ये सांप किस चीज का बना है.

ये है यूरोपियन स्पेस एजेंसी के सोलर ऑर्बिटर का वीडियोग्रैब, जिसमें सांप चलता दिख रहा है. (फोटोः ESA) ये है यूरोपियन स्पेस एजेंसी के सोलर ऑर्बिटर का वीडियोग्रैब, जिसमें सांप चलता दिख रहा है. (फोटोः ESA)
aajtak.in
  • लंदन,
  • 18 नवंबर 2022,
  • अपडेटेड 6:49 PM IST

सूरज के अंदर लगातार एक सांप घूमता है. ये इतनी तेजी से सूरज की सतह पर निकलता है कि इसे देखना मुश्किल हो जाता है. लेकिन सूरज के चारों तरफ चक्कर लगा रहे यूरोपियन स्पेस एजेंसी (European Space Agency - ESA) के सोलर ऑर्बिटर ने इसका वीडियो बना लिया. इस वीडियो में उसे सूरज की सतह पर तेजी से सांप की तरह घूमने वाली आकृति दिखाई दी. 

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ESA के वैज्ञानिकों ने इसे Serpent inside Sun नाम दिया है. असल में सूरज का तापमान इतना ज्यादा है कि वहां किसी भी जीव का रहना बहुत मुश्किल है. असल में जो सांप की तरह घूमता दिख रहा है, वो एक बड़े सौर विस्फोट से निकलने वाली सौर लहर है, जो सांप की तरह चलती हुई दिखाई दे रही है. सूरज के अंदर इस तरह की लहरों का आना-जाना और लहराना दिखता रहता है लेकिन सांप की तरह चलती हुई सौर लहर एक दुर्लभ नजारा है. 

सोलर ऑर्बिटर ने इस सौर सांप का वीडियो 5 सितंबर 2022 को बनाया था, जब वो सूरज के सबसे नजदीक मौजूद था. इसे पेरिहेलियोन (Perihelion) कहते हैं. हालांकि, ऑर्बिटर को इस जगह पर एक महीने बाद 12 अक्टूबर को पहुंचना था. यह एक मात्र संयोग है कि सोलर ऑर्बिटर का कैमरा उस समय उसी हिस्से को देख रहा था, जिधर यह सौर लहर सांप की तरह चल रही थी. यह लहर मात्र एक सेकेंड में करोड़ों किलोमीटर की यात्रा करती दिख रही है. 

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जब सोलर ऑर्बिटर सूर्य के नजदीक पहुंचा तो उसने देखा कि सांप जैसी सौर लहर तेजी से एक तरफ से दूसरी तरफ जा रही है. यह लहर तब बनती है, जब प्लाज्मा का तापमान सूर्य के बाकी हिस्सों से थोड़ा ठंडा होता है. ऐसे में इसे कूलर ट्यूब कहते हैं. यह सौर लहर सोलर मैग्नेटिक फील्ड से निकलने वाली एक फिलामेंट है. यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन के एस्ट्रोनॉमर डेविड लॉन्ग कहते हैं कि आप सूरज की सतह पर प्लाज्मा के बहाव को एक तरफ से दूसरी तरफ जाते हुए देख रहे हैं. हमें इसकी दिशा इसलिए पता चलती है क्योंकि हम एक घुमावदार ढांचे के ऊपर इसे बनते देखते हैं. 

सौर चुंबकीय क्षेत्र यानी सोलर मैग्नेटिक फील्ड को समझना किसी भी वैज्ञानिक के लिए एक बेहद कठिन कार्य है. सूरज के वायुमंडल में घूमने वाले प्लाज्मा असल में आवेशित कण (Charged Particles) होते हैं. जो चुंबकीय शक्ति की मदद से इधर से उधर घूमते रहते हैं. जब कहीं पर कोरोनल मास इजेक्शन (CME) होता है और उसके ऊपर थोड़ा सा भी तापमान कम होता है, तब एक सौर लहर तेजी से सतह पर घूमती हुई दिखती है. बस इस बार यह सांप की तरह दिखाई दी है. 

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