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SpaceX का पोलैरिस डॉन मिशन लॉन्च, पहली बार स्पेस स्टेशन से तीन गुना ऊपर गए अंतरिक्षयात्री

SpaceX ने अपने महत्वपूर्ण मिशन Polaris Dawn को लॉन्च कर दिया है. लॉन्चिंग केप केनवरल से फॉल्कन-9 रॉकेट के जरिए की गई. अब 12 सितंबर को यानी दो दिन बाद अंतरिक्ष में पहली निजी सिविलियन स्पेस वॉक की जाएगी. आइए जानते हैं कि इस मिशन के पीछे एलन मस्क का मकसद क्या है?

इस तरह से ड्रैगन कैप्सूल से अंतरिक्ष में बाहर आकर स्पेसवॉक करेंगे सिविलियन अंतरिक्ष यात्री. (फोटोः SpaceX) इस तरह से ड्रैगन कैप्सूल से अंतरिक्ष में बाहर आकर स्पेसवॉक करेंगे सिविलियन अंतरिक्ष यात्री. (फोटोः SpaceX)
आजतक साइंस डेस्क
  • नई दिल्ली,
  • 10 सितंबर 2024,
  • अपडेटेड 5:24 PM IST

SpaceX ने 10 सितंबर 2024 को यानी आज अपने नए मिशन पोलैरिस डॉन (Polaris Dawn) को लॉन्च कर दिया है. लॉन्चिंग केप केनवरल से की गई. इसमें फॉल्कन-9 रॉकेट की मदद ली गई. यह एक ऐतिहासिक मिशन है. 12 सितंबर को इस मिशन के तहत पहली बार निजी कंपनी से निजी यात्रा पर जाने वाले आम नागरिक अंतरिक्ष में चहलकदमी (Civilian Spacewalk) करेंगे. 

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पोलैरिस डॉन मिशन में चार लोग अंतरिक्ष में ड्रैगन क्रू कैप्सूल (Dragon Crew Capsule) में जाएंगे. इन यात्रियों के नाम हैं- कमांडर जारेड आइसैकमैन, पायलट स्कॉट 'किड' पोटीट, मिशन स्पेशलिस्ट साराह गिलिस और अन्ना मेनन. आइसैकमैन आंत्रप्रन्योर रईस हैं. वो इस मिशन की फंडिंग भी कर रहे हैं.  

पोटीट अमेरिकी वायुसेना के पूर्व लेफ्टिनेंट कर्नल हैं. गिलिस और मेनन दोनों ही स्पेसएक्स के इंजीनियर्स हैं. आइसैकमैन और गिलिस पहली बार निजी स्पेसवॉक करेंगे. यानी अंतरिक्ष में टहलेंगे. इस समय ड्रैगन कैप्सूल की ऊंचाई करीब 1400 km होगी. अपोलो काल के बाद अब तक का यह सबसे ऊंचा क्रू मिशन है. 

यानी चारों एस्ट्रोनॉट्स पहली बार स्पेस स्टेशन से तीन गुना ऊपर अंतरिक्ष में पांच दिन बिताएंगे. इससे पहले ऐसा मिशन कभी नहीं हुआ है. इन पांच दिनों के बीच स्पेसवॉक होगी. साथ ही स्टारलिंक इंटरनेट को भी अंतरिक्ष में जांचा जाएगा. पोटीट, गिलिस और मेनन पहली बार अंतरिक्ष में गए हैं. आइसैकमैन साल 2021 के सितंबर में हुई इंस्पीरेशन 4 मिशन में अंतरिक्ष में गए थे. 

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नीचे दिए गए ग्राफिक्स में समझिए इस मिशन को

तीन-चार बार टाली गई इस मिशन की लॉन्चिंग

पोलैरिस डॉन मिशन की लॉन्चिंग 26 अगस्त को होनी थी. जो प्री-फ्लाइट चेकअप में गड़बड़ मिलने के बाद टाल दी गई. फिर 27 अगस्त की लॉन्चिंग हीलियम लीक होने की वजह से टाली गई. 28 को प्लान बनाया था लेकिन मौसम ने साथ नहीं दिया.  SpaceX ने अपने X हैंडल पर लिखा कि ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट फ्लोरिडा के पास समंदर में जहां गिरेगा, वहां मौसम ठीक नहीं है. इसलिए लॉन्चिंग टाल दी गई. 

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