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दीमक होते हैं विनाशकारी, लेकिन साबित हुए दुनिया के सबसे अच्छे पैरेंट्स

दीमक किसी को पसंद नहीं. ये नुकसान करती हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि जब बात पेरेंटल केयर की होती है, तो दीमक सबसे अच्छे माता-पिता साबित होते हैं. ये अपने बच्चों को जिम्मेदार बनाने और उन्हें बड़ा करने में जी-तोड़ मेहनत करते हैं. और जब बच्चे सयाने हो जाते हैं तो रिटायर हो जाते हैं.

दीमक सबसे विनाशकारी भी और सबसे अच्छे पेरेंट्स भी (Photo: Getty) दीमक सबसे विनाशकारी भी और सबसे अच्छे पेरेंट्स भी (Photo: Getty)
aajtak.in
  • टालोहासी,
  • 09 नवंबर 2022,
  • अपडेटेड 6:27 PM IST

फ्लोरिडा यूनिवर्सिटी के एक वैज्ञानिक ने हाल ही में एक शोध किया है, जिसमें उन्होंने, माता-पिता के तौर पर दीमक के व्यवहार (Parental behaviors) का अध्ययन किया है. इस शोध में बहुत ही अनोखी बातों का पता चला है. शोध के नतीजे कहते हैं कि अपनी कॉलोनी के शुरुआती जीवन के दौरान, रानी और राजा दीमक माता-पिता के तौर पर सबसे कठिन काम करते हैं.

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फंक्शनल इकोलॉजी (Functional Ecology) जर्नल में प्रकाशित यह शोध, इस विनाशकारी जीव के पीछे छिपे निस्वार्थ माता-पिता के व्यवहार को सामने लाता है. आपको बता दें कि दीमक केवल एक साल में, पूरी दुनिया में करीब 4000 करोड़ डॉलर का नुकसान करती है. 

रानी और राजा जीवन भर एकांगी संबंध में रहते हैं (Photo: Getty)

शोध के लेखक और UF/IFAS फोर्ट लॉडरडेल रिसर्च एंड एजुकेशन सेंटर में एंटोमोलॉजी के सहायक प्रोफेसर थॉमस चौवेंक (Thomas Chouvenc) का कहना है कि वैज्ञानिक अक्सर दीमक के बारे में यह सोचते हैं कि ये कीट कॉम्प्लेक्स कॉलोनी में रहता है, जहां श्रमिक, रानी और राजा समेत सभी की देखभाल करते हैं. विकसित कॉलोनियों में ऐसा ही होता है, लेकिन कॉलोनी बनाने के दौरान, नई रानी और राजा सबसे अच्छे माता-पिता होते हैं.

कॉलोनी की शुरुआत करते हैं पंखों वाले दो दीमक, जो किसी और कॉलोनी से बाहर निकले होते हैं. एक बार जब ये दोनों एक-दूसरे को ढूंढ लेते हैं, तो वे अपने पंख गिरा देते हैं और खुद को सबसे अलग कर लेते हैं, ताकि वे मेटिंग कर सकें और एक नई कॉलोनी शुरू कर सकें.

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बच्चे जब जिम्मेदारी संभालने लायक हो जाते हैं तो रिटायर हो जाते हैं पेरेंट्स(Photo: Getty)

दीमक में, नई कॉलोनी में 'बाईपेरेंटल' केयर की जाती है यानी दो लोगों के ऊपर ही देखभाल की जिम्मेदारी होती है. यहां भी ये जिम्मेदारी नई रानी और राजा के कंधों पर ही होती है. लेकिन जैसे ही श्रमिक कीट उभरते हैं, कॉलोनी 'एलोपेरेंटल (Alloparental)' केयर में बदल जाती है, जहां छोटे भाई-बहनों की देखभाल बड़ी संतानें करती हैं. 

इस शोध में, चौवेंक ने 450 भूमिगत दीमक कॉलोनियों (कॉप्टोटर्म्स- Coptotermes) पर स्टडी की, जो अपने शुरुआती चरण में थीं. चौवेंक ने बाईपेरेंटल से एलोपेरेंट केयर में बदलाव के दौरान रानी और राजा में होने वाले शारीरिक परिवर्तनों के समय की जांच की. शोध के मुताबिक, राजा और रानी का जोड़ा अपने पहले बच्चे की अथक देखभाल करता है. इस कदर मेहनत कि माता-पिता बुरी तरह थक जाते हैं. जब बच्चे काम करने लायक हो जाते हैं, तो राजा और रानी अपनी जिम्मेदारियां अपनी पहली संतान को दे देते हैं.

 

चौवेंक कहते हैं कि एक तरह से, दीमक राजा और रानी सबसे समर्पित माता-पिता के रूप में शुरुआत करते हैं. लेकिन जैसे ही उनके बड़े बच्चे अंडों के अगले बैच की देखभाल करने लायक हो जाते हैं, वे हमेशा के लिए अपने कर्तव्यों से मुक्त हो जाते हैं. इसके बाद राजा रानी केवल प्रजनन पर ध्यान देते हैं. इससे कॉलोनी में श्रमिक बढ़ते हैं, और एक बड़ी कॉलोनी तैयारी होती है. 

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शोध के मुताबिक, रानी और राजा जीवन भर एकांगी संबंध (monogamous relationship) में रहते हैं और अपनी शुरुआती संतानों को खुदी ही पालते-पोसते हैं. शोध से यह भी पता चलता है कि इस जोड़े के माता-पिता के कर्तव्य केवल कुछ ही महीनों तक चलते हैं. 

 

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