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पहली बार जिस ब्लैक होल की तस्वीर ली गई थी, अब उसे AI ने सुधारा...पहले से हुई साफ

2019 में ब्लैकहोल की पहली तस्वीर ली गई थी. अब इस ब्लैक होल के मूल डेटा को रीप्रोसेस करने और तस्वीर का बेहतर वर्शन बनाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का इस्तेमाल किया गया है. अब तस्वीर पहले से ज़्यादा साफ है और ब्लैक होल के बारे में ज़्यादा जानकारी देती है.

ब्लैक होल की AI तस्वीर जारी की गई है जो पहले से बेहतर है (Photo: Getty) ब्लैक होल की AI तस्वीर जारी की गई है जो पहले से बेहतर है (Photo: Getty)
aajtak.in
  • प्रिंसटन,
  • 17 अप्रैल 2023,
  • अपडेटेड 10:10 AM IST

चार साल पहले, खगोलविदों ने ब्लैक होल की पहली तस्वीर दुनिया के सामने रखी थी. ये एक लाल रंग का फूला हुआ रोशनी से बना डोनट था, जो विशाल आकाशगंगा M87 के केंद्र में एक खाली, अंधेरे छेद के चारों ओर था. यह 5.5 करोड़ मिलियन प्रकाश वर्ष दूर virgo तारामंडल में स्थित है.

यह वो तस्वीर थी जो खगोलविदों और हम सबकी कल्पना में तो थी, लेकिन कभी सामने नहीं देखी गई थी. अंतरिक्ष की एक ऐसी इकाई, जो इतनी बड़ी है कि इसके गुरुत्वाकर्षण ने स्पेस-टाइम, ड्रॉइंग मैटर, ऊर्जा और यहां तक ​​कि रोशनी प्रकाश को अपने अथाह भंवर में खींच लिया. इस तस्वीर को 10 अप्रैल, 2019 को इवेंट होराइज़न टेलीस्कोप (Event Horizon Telescope) नाम के एक एस्ट्रोनॉमी स्क्वाड ने रिलीज़ किया था.

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पहली तस्वीर 2019 की है और दूसरी AI से बनाई हुई (Photo: AP)

अब इस टीम की एक सबसेट टीम ने मूल डेटा को रीप्रोसेस करने और तस्वीर का एक बहुत बेहतर वर्शन बनाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का इस्तेमाल किया है. इस टीम को लीड किया है प्रिंसटन, न्यू जर्सी में इंस्टीट्यूट फॉर एडवांस्ड स्टडी की डॉ. लिआ मेडेइरोस (Lia Medeiros) ने. 

कहा जा रहा है कि नई तस्वीर से ये साफ होगा कि M87 का ये ब्लैक होल, आइंस्टीन की थ्योरी ऑफ़ रिलेटिविटी के साथ कितना फिट बैठता है. इस सिद्दांत में पहली बार ब्लैक होल के अस्तित्व की भविष्यवाणी की गई थी. डॉ. लिआ और उनके साथियों ने हाल ही में एस्ट्रोफिजिकल जर्नल लेटर्स में इस नई तस्वीर को प्रकाशित किया है.

शायद इस तस्वीर को न्यूयॉर्क के म्यूज़ियम ऑफ़ मॉडर्न आर्ट के फोटोग्राफी कलेक्शन में 2019 में ली गई तस्वीर के साथ रखा जाएगा. दोनों तस्वीरें अप्रैल, 2017 में किए गए ऑब्ज़रवेशन पर आधारित हैं. इवेंट होराइजन टीम ने वेरी लॉन्ग बेसलाइन इंटरफेरोमेट्री नाम की एक तकनीक का इस्तेमाल करके एक बड़ा टेलीस्कोप बनाया है. इसमें दक्षिण ध्रुव, फ्रांस, चिली और हवाई के पांच रेडियो टेलीस्कोपों ​​के डेटा को मिलाया गया है. 

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डॉ. लिआ और उनकी टीम ने ब्लैक होल को पहचानने के लिए न्यूरल नेटवर्क को ट्रेनिंग दी. इसके लिए AI को आइंस्टीन के समीकरणों के हिसाब से सभी तरह के ब्लैक होल के बारे में जानकारी दी गई. 

नई तस्वीर के लिए डॉ. लिआ कहती हैं कि डोनट ऑफ़ डूम- मूल तस्वीर की तुलना में पतला है. और डोनट के केंद्र में खाली जगह काली और बड़ी दिखाई देती है, जो इस विचार को पुष्टि करता है कि वास्तव में वहां एक ब्लैक होल है. M87 के ब्लैक होल के द्रव्यमान का बेहतर अनुमान लगाने के लिए टीम नई तस्वीर का विश्लेषण कर रही है, हालांकि अभी वे किसी नतीजे पर नहीं पहुंचे हैं.

 

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