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Solar Eclipse: 54 साल बाद रिपीट हो रहा है 8 अप्रैल का पूर्ण सूर्य ग्रहण, इतने साल बाद फिर यही आएगा

8 अप्रैल 2024 को होने वाला पूर्ण सूर्य ग्रहण हर 54 साल के बाद आता है. इससे पहले यह 1970 में दिखा था. अगली बार 2078 में दिखेगा. पर ऐसा क्यों है? ये हर 54 साल के बाद ही क्यों दिखता है. क्या इसका कोई कैलेंडर बना है. आइए जानते हैं इस पूर्ण सूर्यग्रहण के बारे में...

8 अप्रैल 2024 को इतिहास का सबसे विचित्र पूर्ण सूर्य ग्रहण हो रहा है. (फोटोः गेटी) 8 अप्रैल 2024 को इतिहास का सबसे विचित्र पूर्ण सूर्य ग्रहण हो रहा है. (फोटोः गेटी)
आजतक साइंस डेस्क
  • लंदन,
  • 20 फरवरी 2024,
  • अपडेटेड 10:33 AM IST

जब चंद्रमा 2400 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से सूरज के सामने से निकलेगा, तब उत्तरी अमेरिका में पूर्ण सूर्य ग्रहण दिखाई देगा. यह सूर्यग्रहण बेहद खास है. अपने आप में निराला. क्योंकि ये घटना 54 साल बाद हो रही है. इससे पहले 1970 में यह सूर्य ग्रहण हुआ था. इसके बाद 2078 में होगा. 

पूरे उत्तरी अमेरिका में पाथ ऑफ टोटैलिटी (Path of Totality) यानी सूरज के सामने चंद्रमा के आने से जमीन पर जो परछाई बनेगी, वो 185 किलोमीटर चौड़ी होगी. यह मेक्सिको, अमेरिका और कनाडा में पड़ेगी. करीब 100 मिनट तक यह पाथ बनता रहेगा. इसके बाद सूर्य ग्रहण खत्म हो जाएगा. 

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इस अंधेरे वाले रास्ते में दो भी इलाके आएंगे, वहां पर दिन में रात होने जैसी अनुभूति होगी. अंधेरा हो जाएगा. तापमान में गिरावट आ जाएगी. रात्रिचर जीव यानी रात में एक्टिव होने वाले जीव सक्रिय हो जाएंगे. साथ ही कन्फ्यूज भी. क्योंकि थोड़ी देर बाद ही फिर से सूरज निकलेगा. तो उन्हें समझने में दिक्कत आएगी. 

पाथ ऑफ टोटैलिटी में रहते हैं 4 करोड़ लोग

नासा के मुताबिक इस पाथ ऑफ टोटैलिटी के रास्ते में जो इलाके आ रहे हैं, उसमें 4 करोड़ लोग रहते हैं. यह जीवन में एक बार होने वाली प्राकृतिक घटना है. इस तरह के सूर्यग्रहण फैमिली के साथ आते हैं. जिन्हें सैरोस (Saros) कहते हैं.  चंद्रमा धरती के 223 चक्कर लगाता है. जब यह 669वां चक्कर होता है, तब इस तरह का सूर्यग्रहण होता है. 

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54 साल 33 दिन के बाद फिर वही घटना

नासा ने बताया कि सैरोस की यह घटना 6,585.3 दिन या आप इसे 18 साल, 11 दिन और 8 घंटे कह सकते है. इसमें जो 8 घंटे का समय है, इसी में सूर्य ग्रहण हो रहा है. यह सैरोस 139 का हिस्सा है. सैरोस का यही आठ घंटे इस बात की पुष्टि करते हैं कि हर 54 साल 33 दिन बाद इसी तरह का सूर्यग्रहण होगा. इसके एक्सेलिगमोस (Exeligmos) कहते हैं. 

कहां-कहां दिखेगा सूर्य ग्रहण

इसके पहले उत्तरी अमेरिका में ऐसा ही सूर्यग्रहण 7 मार्च 1970 को हुआ था. तब इसका पाथ मेक्सिको, फ्लोरिडा, जॉर्जिया, साउथ कैरोलिना, नॉर्थ कैरोलिना, मैसाच्युसेट्स और कनाडा का कुछ हिस्सा था. इसके बाद 11 मार्च 2078 में ऐसा ही सूर्यग्रहण होगा. उस समय मेक्सिको, लुइसियाना, मिसिसिप्पी, अलबामा, फ्लोरिडा, जॉर्जिया, साउथ कैरोलिना, नॉर्थ कैरोलिना और वर्जीनिया में पाथ ऑफ टोटैलिटी बनेगी. 

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