
ISRO ने इस साल यानी 2023 में पूरी दुनिया को हैरान किया है. Chandrayaan-3 की सफलता ने भारतीय स्पेस एजेंसी और भारत दोनों का नाम ऊंचा कर दिया. इसके बाद सूर्य की तरफ Aditya-L1 मिशन भेजकर इसरो ने नया कीर्तिमान रच दिया. इस साल सात बड़े लॉन्च थे. जिनमें अलग-अलग तरह के रॉकेट्स का इस्तेमाल किया गया.
अपने सैटेलाइट्स के अलावा इसरो ने 46 विदेशी सैटेलाइट्स भी लॉन्च किए. गगनयान (Gaganyaan) मिशन से संबंधित री-एंट्री मिशन TV-D1 पूरा किया. इसके अलावा कलामयान के नाम से मशहूर RLV LEX यानी रीयूजेबल लॉन्च व्हीकल की सफल लॉन्चिंग और री-एंट्री करवा कर इसरो इतिहास में नाम रच दिया.
भारत के सात बड़े लॉन्च, सबसे बड़ी सफलता थी चंद्रयान-3
10 फरवरीः EOS-07/SSLV-D2 रॉकेट- अर्थ ऑब्जरवेशन सैटेलाइट
26 मार्चः OneWeb/LVM3-M3 रॉकेट - प्राइवेट सैटेलाइट
22 अप्रैलः TeLEOS-2/PSLV-C55 रॉकेट- प्राइवेट सैटेलाइट
29 मईः NVS-01/GSLV-F12 रॉकेट- नेविगेशन सैटेलाइट
14 जुलाईः Chandrayaan-3/LVM3 M4 रॉकेट- प्लैनेटरी ऑब्जरवेशन
30 जुलाईः DA-SAR/PSLV C-56 रॉकेट - प्राइवेट सैटेलाइट
02 सितंबरः Adtiya-L1/PSLV C-57 रॉकेट- प्लैनटरी ऑब्जरवेशन
सबसे बड़े रॉकेट LVM की दो बार सफल लॉन्चिंग
ISRO ने इस बार अपने सबसे भारी रॉकेट LVM3 M3 की सफल लॉन्चिंग की. पहली लॉन्चिंग के दौरान मार्च में एयरटेल से जुड़ी कंपनी OneWeb के 36 सैटेलाइट लॉन्च किए. इसके बाद LVM3 M4 से Chandrayaan-3 की सफल लॉन्चिंग की गई.
इस साल 46 विदेशी सैटेलाइट्स छोड़े गए
ISRO ने इस साल 46 विदेशी सैटेलाइट लॉन्च किए गए. 10 फरवरी को EOS-07 के साथ अमेरिका का Janus-1 सैटेलाइट लॉन्च किया गया था. इसके बाद 26 मार्च 2023 को LVM3 M3 रॉकेट से OneWeb के 36 सैटेलाइट्स लॉन्च किए गए. 22 अप्रैल को PSLV-C55 रॉकेट से सिंगापुर के दो सैटेलाइट्स TeLEOS-2 और LUMISAT-4 छोड़े गए थे. इसके बाद 30 जुलाई में PSLV-C56 रॉकेट से ही सिंगापुर के सात सैटेलाइट छोड़े गए.
री-एंट्री मिशन और POEMS
इसरो ने इस साल दो री-एंट्री मिशन और एक POEM मिशन किया. 2 अप्रैल 2023 को RLV LEX की सफल लॉन्चिंग और री-एंट्री मिशन पूरी की गई. यह एक रीयूजेबल लॉन्च व्हीकल है. इसके बाद 22 अप्रैल को PSLV C55 रॉकेट से ही POEM-2 मिशन को पूरा किया गया. इसके बाद 18 अक्टूबर को टेस्ट व्हीकल- डिमॉन्स्ट्रेशन 1 (TV-D1) की सफल लॉन्चिंग और री-एंट्री हुई. यह टेस्ट गगनयान मिशन के लिए था.
इस साल इसरो को मिले 523 स्टार्टअप एप्लीकेशन
इसरो से जुड़ी कॉमर्शियल विंग IN-SPACe को 523 भारतीय स्टार्टअप्स और कंपनियों से स्पेस सेक्टर में सहयोग के एप्लीकेशन मिले. इनमें से 297 तो खुद इसरो से मदद और गाइडेंस चाह रहे हैं. रिसर्च और डेवलपमेंट में इसरो की मदद चाहते हैं. साल 2014 में स्पेस स्टार्टअप मात्र एक था. जो 2023 में बढ़कर 200 से ज्यादा हो गया है.
2024-25 में ISRO लॉन्च करेगा ये बड़े मिशन
साल 2024 और 2025 में इसरो की तरफ से कई बड़े मिशन लॉन्च होने वाले हैं. इनमें शामिल है- INSAT-3DS, NISAR, RISAT-1B, Resourcesat-3, TDS-01, SPADEX, Oceansat-3A, IDRSS, GSAT-20, और NVS-02. इसके अलावा गगनयान प्रोग्राम से संबंधित लॉन्च और परीक्षण होते रहेंगे. साथ ही रीयूजेबल लॉन्च व्हीकल (RLV) के भी टेस्ट प्रोग्राम चलते रहेंगे.