राजस्थान में मुख्यमंत्री के चयन को जिस तरह से सियासी बवंडर खड़ा हो गया है, उससे सीएम गहलोत का करियर दांव पर है. 2020 में सचिन पायलट की बगावत से अशोक गहलोत अपनी कुर्सी बचा ले गए थे, लेकिन इस बार की राह कठिन है. पायलट को सीएम की कुर्सी पर बैठने से रोकने के लिए किसी भी हद से गुजरने को तैयार हैं. गहलोत ने अपने 40 साल के सियासी करियर को भी दांव पर लगा दिया है.