बांग्लादेश में हुए तख्तापलट के वहां हो रही हिंसा और लूटपाट को देखते हुए बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) ने बांग्लादेशी छात्रों के लिए बड़ा दिल दिखाया है और उनके हितों को ध्यान में रखते हुए प्रशंसनीय फैसला किया है.