बसपा सुप्रीमो ने 2 मार्च को अपने भतीजे आकाश आनंद को पार्टी के सभी पदों से हटा दिया और साफ कर दिया कि जब तक वो जीवित हैं, तब तक अपने उत्तराधिकारी का ऐलान नहीं करेंगी. बसपा सुप्रीमो ने कहा कि पार्टी सर्वोपरि है, रिश्ते बाद में आते हैं.