राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि चंद्रशेखर आजाद रावण के संसद पहुंचने का रास्ता साफ हो रहा है. क्योंकि, बीजेपी के सपोर्ट से ही मायावती पहली बार मुख्यमंत्री बनी थीं. अब इस युवा दलित नेता को मौका मिल सकता है.