लोकसभा में मंगलवार को दिल्ली सर्विस बिल पेश हुआ, जहां मोदी सरकार बहुमत में है. ऐसे में ये बिल आसानी से पास हो जाएगा. क्योंकि, बीजेपी के 301 जबकि एनडीए के 333 सांसद हैं, जबकि पूरे विपक्ष के कुल 142 सांसद हैं.