डेमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट (DTF) के सचिव और एक अन्य शिक्षक ने कहा कि सरकार से अतिरिक्त शिक्षकों की मांग करने के बजाय, मौजूदा शिक्षकों पर अधिक शिक्षण घंटों का बोझ डाला जा रहा है. दिल्ली विश्वविद्यालय द्वारा ये एक और हमला है. DUTA भी नीतिगत मुद्दों पर चुप है! 2018 के UGC विनियम (और 2010 से पहले के विनियम) ऐसा कोई भेद नहीं करते हैं.