अमेरिका से निर्वासित होकर भारत लौटे नागपुर के हरप्रीत ने बताया कि मैं अमेरिका नहीं, बल्कि कनाडा जाना था. लेकिन एजेंट की लापरवाही के चलते वह अमेरिका पहुंच गए. उन्होंने कहा कि इस पूरे प्रकरण में मेरे करीब 49 लाख 50 हजार रुपये खर्च हो गए. उन्होंने ये पैसे बैंक से लोन और दोस्तों से उधार लिया थे.