हाल ही में हुए एक स्टडी में खुलासा हुआ है कि नदी या झीलों की मछलियों में फॉरेवर केमिकल की मात्रा तेजी से बढ़ रही है. ये वही केमिकल है जो हजारों साल बाद भी खत्म नहीं होता है. वैज्ञानिकों का कहना है कि मछली खाना दूषित पानी पीने जैसा हो गया है. देखें वीडियो.