देश के युवाओं पर एक तरफ पश्चिमी सभ्यता हावी हो रही है. वहीं, दूसरी तरफ ऐसे भी बच्चे हैं, जो संयम और आध्यात्म की तरफ मुड़ रहे हैं. सूरत में एक करोड़पति हीरा कारोबारी की आठ साल की बेटी सांसारिक जीवन का त्याग कर सन्यास का मार्ग अपनाते हुए साध्वी बन गई है.