H9N2 वायरस पहली बार 1966 में अमेरिका में सामने आया था. तब ये वायरस जंगली टर्की पक्षी के झुंड में पाया गया था. NCBI की एक रिसर्च के मुताबिक, H9N2 वायरस फ्लू जैसी अगली महामारी का कारण बन सकता है. भारत में इसका पहला मामला फरवरी 2019 में सामने आया था.