हरियाणा से एक परिवार 800 किलोमीटर की यात्रा कर प्रयागराज पहुंचा है. मौनी अमावस्या पर संगम स्नान के लिए 15 किलोमीटर पैदल चलने की चुनौती को भी उन्होंने स्वीकार किया. उनका कहना है कि यह आस्था का पर्व है और ऐसा मौका बार-बार नहीं मिलता, क्योंकि हिंदू सनातन धर्म से जुड़ा हुआ है.