राजस्थान के झुंझुनूं में अनोखी मूक रामलीला (Silent Ramlila) का आयोजन हो रहा है. लोगों का कहना है कि ये 177 साल पुरानी परंपरा है, जिसमें बिना किसी संवाद के पात्र इशारों और मुखौटों के माध्यम से अपनी भूमिकाएं निभाते हैं. ढोल-नगाड़ों की धुन पर चलने वाली यह अनूठी रामलीला सांप्रदायिक सौहार्द का प्रतीक भी है.