केरल की नर्स निमिषा प्रिया को साल 2020 में यमन के सुप्रीम कोर्ट ने वहां के एक नागरिक तलाल अब्दो महदी की हत्या के जुर्म में सजा-ए-मौत सुनाई. अब निमिषा की सजा माफी के लिए केंद्र सरकार ने ब्लड मनी ट्रांसफर की अनुमति दी है. लेकिन क्या इस्लामिक कानून के मुताबिक, पीड़ित या उसका परिवार तय कर सकते हैं कि क्रिमिनल को क्या सजा दी जाए?