उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने सदन में बोलने के लिए राघव चड्ढा को मौका दिया, इस दौरान राघव चड्ढा ने ऐसे बात कही कि सभापति समेत सभी राज्यसभा के सदस्य ठहाके लगाने लगे.