1947 में सेंगोल को मद्रास के स्वर्णकार वुम्मिडि बंगारू चेट्टी ने हस्तशिल्प कारीगरी द्वारा बनवाया था. इसे 1 महीने से कम समय में बनाया गया था. इसे बनाने में 96 साल के वुम्मिदी एथिराजुलु और 88 साल के वुम्मिदी सुधाकर भी शामिल थे. बताया जा रहा है कि ये दोनों लोग नए संसद भवन के उद्घाटन में शामिल होंगे.