पाकिस्तान का हाल-बेहाल है. महंगाई चरम पर पहुंच गई है और लोग जरूरी सामानों के लिए भी मोहताज हैं. अर्थव्यवस्था के बुरे दौर में देश की कंपनियां भी बदहाल होती जा रही हैं. सिर्फ पाकिस्तान की कंपनियों पर ही नहीं कई भारतीय फर्मों पर भी इस इकोनॉमिक क्राइसिस का असर दिख रहा है.