कैदियों ने आत्मशुद्धि और नैतिक उत्थान के लिए पवित्र स्नान किया. सरकार की इस पहल का मकसद महाकुंभ के ऐतिहासिक मौके पर कैदियों को आध्यात्मिक लाभ प्रदान करना है.