सरिस्का के जंगलों में 3 साल के दौरान विभिन्न फूलों के रस से शहद तैयार किया गया है. 13 जनवरी को 125 किलो शहद लेकर रथ अलवर से रवाना होगा और 14 को अयोध्या पहुंच जाएगा.