रूस, सऊदी अरब समेत ओपेक प्लस के सदस्य देशों ने अचानक से तेल उत्पादन में कटौती की घोषणा की है. रिपोर्ट के मुताबिक, रूसी कच्चे तेल की कीमत में लगातार बढ़ोतरी के कारण रूस से लंबे समय तक तेल खरीदना मुश्किल हो सकता है.