यूरोपियन यूनियन ने भारत को रूस से कच्चा तेल खरीदने और उसे निर्यात करने पर चेतावनी दी थी. लेकिन इसका कोई असर नहीं हुआ. भारत को रूस से तेल आयात में वृद्धि हुई है. वहीं भारत ने इसे यूरोपिय देश को निर्यात भी किया.