सतीश कौशिक तो इस दुनिया में नहीं रहे लेकिन वे अपने पीछे छोड़ गए हैं, अपना परिवार, अपना काम और अपने कई सपने... सतीश के इन्हीं सपनों में से एक उनकी ऑटोबायोग्राफी का भी सपना अधूरा रह गया. बता दें इसके लिए वे पिछले दो साल से राइटिंग का भी काम कर रहे थे.