आमतौर पर शुक्र ग्रह के लिए बेहतरनी लॉन्च विंडो हर 19 महीने के बाद आता है. लेकिन अगर अनुमति मिलने में देरी, पेलोड्स तैयार होने में और रॉकेट तय करने में समय लगेगा. तो लॉन्च देरी से होगा. ऐसा नहीं है कि बीच में समय नहीं मिलेगा. इसरो ने शुक्रयान की लॉन्चिंग के लिए बैकअप प्लान तैयार कर रखा है.