सरकारी ठेका पाने के लिए दो युवक फर्जी आईएएस अधिकारी और सांसद प्रतिनिधि बनकर दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना से मिलने पहुंच गए. दोनों उनके दफ्तर तक पहुंचने में कामयाब भी हो गए थे लेकिन राजभवन के कर्मचारियों को उनके बात करने के तरीके पर शक हो गया जिसके बाद वो पकड़े गए.