अमेरिका और चीन का ये कदम भारतीय शेयर बाजार के लिए अच्छा संकेत नहीं माना जा रहा है. एक्सपर्ट्स उम्मीद जता रहे हैं कि विदेशी निवेशक चीन और ग्लोबल मार्केट की ओर ज्यादा उत्साहित होंगे और वहां निवेश करेंगे.